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11 साल की यजीदी लड़की का ISIS ने किया था अपहरण, एक दशक बाद गाजा से किया गया रेस्क्यू

Yazidi Girl Rescued From Gaza: इजराइली सेना ने गाजा से एक लड़की का एक दशक बाद रेस्क्यू किया है. लड़की का 10 साल पहले यानी 2014 में आतंकी संगठन ISIS ने अपहरण कर लिया था. उस वक्त लड़की 11 साल की थी. रिपोर्ट्स के मुताबिक, लड़की को गाजा के एक आतंकवादी को बेच दिया गया था, जिससे उसे जबरन शादी करने के लिए मजबूर किया गया था.

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Edited By: India Daily Live
IDF rescued a girl from Gaza
Courtesy: @YosephHaddad

Yazidi Girl Rescued From Gaza: इराक में इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों की ओर से किडनैप की गई यजीदी लड़की का 10 साल बाद रेस्क्यू किया गया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, इजरायल, अमेरिका और इराक के बीच गुप्त अभियान के तहत लड़की का गाजा से रेस्क्यू किया गया है. इराक के विदेश मंत्री के चीफ ऑफ स्टाफ सिल्वन सिंजारी ने रॉयटर्स को बताया कि लड़की की पहचान फवजिया सिदो के रूप में हुई है, जिसका एक दशक पहले अपहरण किया गया था, जब वो 11 साल की थी. 

यजीदी समुदाय के लोग मुख्य रूप से इराक और सीरिया में रहते हैं. इराक और सीरिया में 2014 में आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट यानी IS ने करीब 5000 से अधिक लोगों की हत्या कर दी और हज़ारों लोगों का अपहरण कर लिया गया, जिसे संयुक्त राष्ट्र ने नरसंहार करार दिया है.

सूत्रों के मुताबिक, इराकी अधिकारी महीनों से लड़की के संपर्क में थे और इसकी जानकारी अमेरिकी अधिकारियों को दी. फिर इराकी और अमेरिकी अधिकारियों ने इज़राइल की सहायता से लड़की का गाजा से रेस्क्यू किया. सिदो के रेस्क्यू के बाद इज़रायली सेना ने कहा कि उसने यरुशलम में अमेरिकी दूतावास से समन्वय किया था. 

बयान के अनुसार, गाजा युद्ध के दौरान संभवतः इज़रायली हमले में उसके अपहरणकर्ता की हत्या के बाद सिदो गाजा पट्टी के अंदर एक छिपने के स्थान पर भाग गई थी.

रिपोर्ट्स के मुताबिक, लड़की को इराक में उसके घर से तब उठाया गया था जब वह 11 साल की थी और बाद में उसे गाजा में बेच दिया गया. लड़की को जिसने किडनैप किया था, उसे हाल ही में मार गिराया गया था. इजराइली विदेश विभाग के प्रवक्ता ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका ने मंगलवार को गाजा से एक युवा यजीदी महिला को सुरक्षित निकालने में मदद की ताकि वह इराक में अपने परिवार से मिल सके. 

2014 में, इराक के सिंजर क्षेत्र में इस्लामिक स्टेट के लड़ाकों ने 6,000 से अधिक यजीदियों को बंदी बनाया था. कई लोगों को यौन गुलामी में धकेला गया या उन्हें बाल सैनिक बनने के लिए मजबूर किया गया और उन्हें तुर्की और सीरिया जैसी जगहों पर ले जाया गया.

इराकी अधिकारियों के अनुसार, आज तक 3,500 से ज़्यादा यज़ीदियों को बचाया गया है या उन्हें आज़ाद कराया गया है. हालांकि, लगभग 2,600 लोग लापता हैं. कुछ लोगों के मारे जाने की आशंका है, लेकिन यज़ीदी कार्यकर्ताओं का मानना ​​है कि कई लोग अभी भी जीवित हो सकते हैं.