दो साल के भीतर रूस-ब्रिटेन में छिड़ सकता है तीसरा विश्व युद्ध, पूर्व अधिकारी की चेतावनी, यूरोप से की तैयार रहने की अपील
उन्होंने यह भी चिंता जताई कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अनजाने में रूस के हित में काम कर सकते हैं. यूक्रेन में शांति बनाए रखने के लिए यूरोपीय देशों को सैन्य मौजूदगी बढ़ानी होगी, लेकिन रूस नाटो सैनिकों को अपनी सीमा पर स्वीकार नहीं करेगा.
ब्रिटिश सेना के पूर्व अधिकारी जनरल सर रिचर्ड शिरेफ ने चेतावनी दी है कि अगले दो साल में ब्रिटेन तीसरे विश्व युद्ध के केंद्र में हो सकता है. उनका मानना है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन में संघर्षविराम का इस्तेमाल अपनी सेना को मजबूत करने के लिए करेंगे, जो यूक्रेन में वर्षों के संघर्ष से कमजोर हो चुकी है. शिरेफ ने पश्चिमी देशों से युद्ध की तैयारी शुरू करने की अपील की है.
पुतिन की रणनीति और ब्रिटेन की चुनौती
शिरेफ ने लिखा, "हमें रूस के साथ सौदे की पूरी जानकारी नहीं है, लेकिन यह तय है कि क्रेमलिन तैयार होते ही सबसे क्रूर तरीके से वादे तोड़ेगा. मेरा अनुमान है कि अगर हम रूस को रोकने के लिए जरूरी कदम नहीं उठाए, तो दो साल में युद्ध छिड़ सकता है." उन्होंने 2018 में सैलिसबरी में पुतिन द्वारा पूर्व जासूस सर्गेई स्क्रिपाल पर नर्व एजेंट से हमले का जिक्र किया, जिसमें एक ब्रिटिश नागरिक की मौत हुई थी. शिरेफ ने कहा, "पुतिन को पश्चिमी लोगों की जान की कोई परवाह नहीं है."
डोनाल्ड ट्रंप रूस के हित में काम कर सकते हैं
उन्होंने यह भी चिंता जताई कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अनजाने में रूस के हित में काम कर सकते हैं. यूक्रेन में शांति बनाए रखने के लिए यूरोपीय देशों को सैन्य मौजूदगी बढ़ानी होगी, लेकिन रूस नाटो सैनिकों को अपनी सीमा पर स्वीकार नहीं करेगा.
ब्रिटेन की सैन्य तैयारी
ब्रिटिश सरकार ने घोषणा की है कि वह यूक्रेन का समर्थन करने के लिए सैन्य योजना को तेज करेगी. प्रधानमंत्री के प्रवक्ता ने कहा, "हम नॉर्थवुड मुख्यालय में बैठकों के जरिए योजना को गति देंगे. यूक्रेन के सामने मौजूद खतरों से निपटने के लिए सबसे प्रभावी क्षमताओं पर ध्यान देना होगा." इस बीच, ट्रंप ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की को "तानाशाह" कहकर तनाव बढ़ाया है.