अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के पूर्व प्रबंध निदेशक और स्पेन के उप प्रधानमंत्री रोड्रिगो राटो को मैड्रिड प्रांतीय अदालत ने चार साल नौ महीने कैद की सजा सुनाई. वहीं, 75 वर्षीय रोड्रिगो राटो को टैक्स फ्रॉड, धन शोधन और भ्रष्टाचार के मामले में दोषी पाए गए हैं. अदालत ने कहा कि राटो ने अपने पद का दुरुपयोग किया और राज्य के कानूनों का उल्लंघन किया. यह मामला स्पेन में बड़े वित्तीय घोटालों का हिस्सा था, जो राटो के खिलाफ लंबे समय से चल रहे थे.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, स्पेन की एक अदालत ने इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (IMF) के पूर्व प्रबंध निदेशक और स्पेन के पूर्व उप-प्रधानमंत्री रोड्रिगो राटो को 4 वर्ष 9 महीने की जेल की सजा सुनाई है. राटो को कर-चोरी, अवैध धन के लेन-देन और भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों में दोषी ठहराया गया है. बताया जा रहा है कि, साल 1996 से 2004 तक जोस मारिया अजनार की पीपुल्स पार्टी (पीपी) सरकार के दौरान डिप्टी पीएम और अर्थव्यवस्था मंत्री के रूप में काम करने वाले राटो को बहामास, स्विट्जरलैंड, मोनाको, लक्जमबर्ग और यूनाइटेड किंगडम सहित अन्य स्थानों पर बैंक खातों में संपत्ति छिपाने के मामले में दोषी पाया गया.
#IMF के पूर्व प्रबंध निदेशक और स्पेन के पूर्व उप-प्रधानमंत्री रोड्रिगो राटो को स्पेन की एक अदालत ने 4 वर्ष 9 महीने कैद की सज़ा सुनाई है।
— आकाशवाणी समाचार (@AIRNewsHindi) December 21, 2024
75 वर्षीय राटो को कर-चोरी, अवैध धन के कारोबार और भ्रष्टाचार का दोषी पाया गया।
जेल की सजा और आरोप
राटो, जो IMF में शीर्ष पद पर थे और स्पेन की सरकार में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके थे, उन्हें स्पेन के अदालत ने इन अपराधों के लिए सजा सुनाई. 75 वर्षीय राटो पर आरोप था कि उन्होंने कई वर्षों तक अवैध रूप से धन अर्जित किया और टैक्स चुराया. इसके अलावा, उन पर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगे थे, जिससे स्पेन में वित्तीय गड़बड़ियों का एक बड़ा मामला सामने आया.
जानिए कैसा रहा रोड्रिगो राटो का करियर?
रोड्रिगो राटो का करियर कई अहम मोड़ों से भरा रहा है. वह IMF के प्रबंध निदेशक रहे हैं और स्पेन के उप-प्रधानमंत्री भी थे. हालांकि, उनकी साख तब बिगड़ी जब उनकी वित्तीय गतिविधियों पर सवाल उठने लगे. राटो के खिलाफ यह फैसला उनके करियर और प्रतिष्ठा के लिए एक बड़ा झटका है.