आधुनिक समय में समाज में खुद को सुंदर और आकर्षक बनाने के लिए तरह-तरह के उपाय किए जाते हैं, लेकिन चीन में एक नया ट्रेंड उभरकर सामने आया है, जो वाकई हैरान करने वाला है. महिलाओं द्वारा 'फेक बेबी बंप' के साथ फोटोशूट कराने की घटना ने लोगों को चौंका दिया है. यह एक अजीब लेकिन दिलचस्प फेनोमिना बन चुका है, जिसमें महिलाएं अपने शरीर में किसी भी प्रकार की गर्भवती स्थिति दिखाने के लिए नकली बेबी बंप का इस्तेमाल करती हैं.
'फेक बेबी बंप' और इसका ट्रेंड
उन्होंने कहा, "जब मैं अभी पतली हूं, तो मैंने नकली पेट पहनकर मटर्निटी फोटोज लिए और एक पहले से तैयार की हुई जिंदगी का आनंद लिया. मैं यह सब अपनी सबसे अच्छी दोस्त के साथ भी कर रही थी."
समाजिक दबाव और बढ़ती उम्र के प्रभाव
यह ट्रेंड चीन में विशेष रूप से इसलिए चर्चा में आया क्योंकि देश में जन्म दर लगातार घट रही है. 2015 में चीन ने अपनी कुख्यात एक-child नीति को समाप्त किया था, लेकिन फिर भी जन्म दर में कोई खास सुधार नहीं हो पाया. एक रिपोर्ट के अनुसार, 2019 और 2022 के बीच महिलाओं की पहली संतान को जन्म देने की औसत उम्र 26.4 से बढ़कर 27.4 वर्ष हो गई है. इसके साथ ही, शंघाई जैसी शहरी जगहों में पहली बार मां बनने वाली महिलाओं की औसत उम्र 30.36 वर्ष तक पहुंच गई है.
इसका मुख्य कारण यह है कि महिलाएं अपनी तीसवें दशक में आने से पहले अपने शारीरिक रूप को अधिकतम खूबसूरत और फिट दिखाने की कोशिश करती हैं और यही वजह है कि वे गर्भवती होने के बजाय, पहले से 'गर्भवती' दिखने की कोशिश कर रही हैं.
ट्रेंड के प्रति महिलाओं की रुचि
मेइजी गेगे की कहानी ने अन्य महिलाओं को भी प्रेरित किया, जिन्होंने खुलकर स्वीकार किया कि उन्होंने भी ऐसे फोटोशूट किए हैं. एक 26 वर्षीय महिला ने बताया कि उसने 23 साल की उम्र में ही मटर्निटी फोटोशूट कराया था, हालांकि वह शादीशुदा भी नहीं थी.
दूसरी महिलाओं ने भी इस ट्रेंड का समर्थन किया और कहा कि वे भी जल्द ही नकली बेबी बंप के साथ मटर्निटी फोटोशूट कराने जाएंगी. सोशल मीडिया पर इस बारे में काफी चर्चा हो रही है, जहां महिलाएं खुलकर अपने अनुभव साझा कर रही हैं.
आलोचनाएं और सामाजिक प्रतिक्रियाएं
हालाँकि, यह नया ट्रेंड बहुत से लोगों को हैरान कर रहा है, लेकिन कुछ आलोचक इसे बेहद नकारात्मक रूप से देख रहे हैं. उनका मानना है कि यह ट्रेंड शरीर की छवि और युवा, पतले और गोरे दिखने के सामाजिक दबावों को बढ़ावा देता है. वे इसे "बॉडी इमेज इश्यू" के रूप में देख रहे हैं, जो महिलाओं को एक अस्वस्थ मानसिकता में डाल सकता है.
कुछ आलोचकों ने इस पर व्यंग्य करते हुए कहा कि वे अपनी 70वीं जयंती की तस्वीरें अब खींचवा लें, ताकि बाद में जब वे सोशल मीडिया पर पोस्ट करें तो वे और भी युवा नजर आएं. इसके अलावा, कुछ और ने तो यह भी मजाक उड़ाया कि वे अपनी 'अंतिम यात्रा' की तस्वीरें पहले से खींचवा लेंगे ताकि वे मरने के बाद भी सुंदर दिख सकें.