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India Daily

'गाजा में नर्क के द्वार खोलेंगे', सभी बंधकों को वापस नहीं करने पर नेतन्याहू ने दी हमास को चेतावनी

नेतन्याहू ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने शनिवार को तीन बंधकों की रिहाई में मदद की. उन्होंने कहा कि इजरायल और अमेरिका के बीच पूरी तरह से समन्वय और सहयोग है, जिससे बंधकों की रिहाई में मदद मिल रही है.

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Edited By: Sagar Bhardwaj
Will open the gates of hell in Gaza Netanyahu warns Hamas if all hostages are not returned

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार को गाजा में 'नर्क के द्वार' खोलने की धमकी दी, यदि हमास ने सभी बंधकों को मुक्त नहीं किया. यह बयान उनके अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से येरूशलम में मुलाकात के बाद आया, जिसमें उन्होंने हमास द्वारा बंधकों की रिहाई में विफलता पर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी.

नेतन्याहू का कड़ा बयान
नेतन्याहू ने कहा, "यदि हम सभी बंधकों को मुक्त नहीं करते हैं, तो गाजा में नर्क के द्वार खोल दिए जाएंगे." उन्होंने कहा कि इजरायल और अमेरिका का एक साझा रणनीति है, जो सार्वजनिक रूप से साझा नहीं की जा सकती, लेकिन यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी बंधक मुक्त हों. उनके अनुसार, "हम सभी बंधकों को रिहा किए बिना न तो शांति स्थापित कर सकते हैं और न ही हमास को अपने कार्यों का जवाबदेह ठहरा सकते हैं."

हमास के खिलाफ एकजुटता
नेतन्याहू ने हमास के खिलाफ अपनी आक्रामक योजना की पुष्टि की, जिसमें हमास की सैन्य क्षमताओं को समाप्त करना और गाजा में उनकी शासन की संभावना को खत्म करना शामिल है. "हमास को समाप्त किया जाना चाहिए," उन्होंने कहा, "हमास एक सैन्य या सरकारी ताकत के रूप में जीवित नहीं रह सकता है."

अमेरिकी समर्थन पर भरोसा
नेतन्याहू ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने शनिवार को तीन बंधकों की रिहाई में मदद की. उन्होंने कहा कि इजरायल और अमेरिका के बीच पूरी तरह से समन्वय और सहयोग है, जिससे बंधकों की रिहाई में मदद मिल रही है.

नेतन्याहू ने यह भी कहा कि इजरायल अमेरिकी समर्थन के साथ ईरान के खिलाफ कार्रवाई को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है. "ईरान कभी परमाणु शक्ति नहीं बन सकता," नेतन्याहू ने कहा, यह एक स्पष्ट बयान था, जिसमें ईरान के परमाणु हथियारों के निर्माण को रोकने के इजरायल के दृढ़ संकल्प का इशारा किया गया.

ईरान और क्षेत्रीय सुरक्षा पर चर्चा
नेतन्याहू और रुबियो के बीच मुलाकात के दौरान ईरान का मुद्दा प्रमुख था. नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल ने पिछले 16 महीनों में ईरान के आतंकवादी नेटवर्क को भारी नुकसान पहुंचाया है और वे अमेरिकी समर्थन के साथ इस काम को खत्म करने के लिए तैयार हैं.

रुबियो ने कहा, "ईरान कभी भी परमाणु हथियारों का मालिक नहीं बन सकता क्योंकि इससे उन्हें दबाव और कार्रवाई से बचने का मौका मिलेगा, और यह स्थिति कभी नहीं होनी चाहिए." उन्होंने हमास के खिलाफ भी अपनी चिंता व्यक्त की और कहा, "हमास को समाप्त किया जाना चाहिए."