China Spy Ship in Indian Ocean: चीन ने अपने जासूसी जहाज को लेकर प्रतिक्रिया दी है. दरअसल चीन का जासूसी जहाज शियान-6 शुक्रवार को गुआंग्डोंग प्रांत के गुआंगझू शहर के बंदरगाह पर वापस लौट आया.
चीन का यह जासूसी जहाज हिंद महासागर में लंबे समय से गुप्त मिशन पर काम कर रहा था. इसको लेकर चीन ने पहली बार बताया है कि उसके जासूसी जहाज की तैनाती का उद्देश्य क्या था.
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, चीन के ये जासूसी जहाज हिंद महासागर में अपनी नेवी के लिए सुरक्षित रास्तों की तलाश कर रहे हैं. इनकी मदद से चीन अपनी नेवी की हिंद महासागर में उपस्थिति को मजबूत कर रहा है.
चीन ने इस प्रकार के दावों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह इन सभी तथ्यों को पूरी तरह से खारिज करता है.
चीन ने कहा कि शियान-6 जासूसी जहाज ने चाइनीज एकेडमी ऑफ साइंसेज के तहत सागर से जुड़ी रिसर्च के लिए यह यात्रा शुरू की थी. इस दौरान जहाज ने 28 रिसर्च प्रोजेक्ट्स में काम किया.
इसमें 13 संगठनों के 37 साइंटिस्ट मौजूद रहे. इस जहाज नें 10 सितंबर से अपनी यात्रा आरंभ की थी. चीन ने अपने 83 दिनों के मिशन में लगभग 26 हजार किमी की दूरी तय की थी.
चीन ने कहा कि यात्रा के दौरान साइंटिस्ट ने जल मौसम विज्ञान, जैव रसायन, वायुमंडलीय ऐरोसॉल और सबमरीन से जुड़े तमाम शोध कार्य किये. इस दौरान वैज्ञानिकों ने इससे जुड़े डेटा और नमूने भी प्राप्त किये.
चीन अपने जासूसी जहाजों के जरिए हिंद महासागर में पानी के नीचे नक्शों का निर्माण कर रहा है.
इसके अलावा चीन की नजरें अमेरिका और पश्चिमी देशों के रडार स्टेशन, समुद्री जल में लगे सेसरों और अन्य उपकरणों की जांच करने में लगा है. वह इस डेटा का प्रयोग अपनी नौसेना के संचालन में और उसकी मजबूती में कर सकता है.
अमेरिका इसको लेकर पहले ही चिंता जता चुका है. चीन के ये जासूसी जहाज हिंद महासागर के किनारे बसे देशों की जासूसी भी कर सकते हैं.