'मस्क ने मोदी से मुलाकात क्यों की, मुझे नहीं पता', ट्रंप ने क्यों कहा ऐसा?
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में बयान दिया कि उन्हें यह नहीं पता कि टेस्ला के CEO एलन मस्क ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से क्यों मुलाकात की.
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में बयान दिया कि उन्हें यह नहीं पता कि टेस्ला के CEO एलन मस्क ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से क्यों मुलाकात की. ट्रंप ने व्हाइट हाउस में रिपोर्टरों से बात करते हुए कहा, "मुझे नहीं पता, वे मिले, और मुझे लगता है कि वह भारत में व्यापार करना चाहते हैं." ट्रंप का यह बयान उस समय आया है जब मस्क की भारत में संभावित व्यापारिक रुचि पर कई सवाल उठ रहे हैं.
मस्क का भारत दौरा और टेस्ला की योजनाएं
पिछले साल एलन मस्क ने भारत में अपनी कंपनी टेस्ला का नया संयंत्र स्थापित करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात करने का प्लान किया था. यह मुलाकात भारतीय बाजार में टेस्ला की मौजूदगी को लेकर एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा था. हालांकि, 2024 के जुलाई तक मस्क का भारत दौरा अचानक स्थगित कर दिया गया और टेस्ला के अधिकारियों ने भारतीय सरकार से संपर्क भी समाप्त कर लिया.
भारत में मस्क की रुचि केवल टेस्ला तक सीमित नहीं है, बल्कि उनके सैटेलाइट कंपनी स्टारलिंक के लिए भी वहां संभावनाएं तलाश रही थीं. स्टारलिंक के लिए भारतीय सरकार से अनुमति अभी भी लंबित है, और इसे लेकर भी कई विवाद उठ चुके हैं.
स्टारलिंक पर विवाद और मस्क का रुख
पिछले साल दिसंबर में, मस्क ने यह पुष्टि की थी कि उनका स्टारलिंक भारत में "बंद" हो गया है, क्योंकि भारतीय सेना ने मणिपुर राज्य में आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई के दौरान स्टारलिंक के उपकरणों को जब्त किया था. भारतीय सेना ने एक फोटो पोस्ट की थी जिसमें स्टारलिंक के ब्रांडेड बॉक्स को देखा जा सकता था. मस्क ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि स्टारलिंक उपकरण का उपयोग आतंकवादी गतिविधियों के लिए नहीं किया जा सकता, क्योंकि भारत में उनकी कंपनी को उस तकनीक का उपयोग करने की अनुमति नहीं है.
ट्रंप का बयान और मस्क के हितों पर टिप्पणी
राष्ट्रपति ट्रंप ने मस्क के भारत दौरे पर स्पष्ट रूप से टिप्पणी करते हुए कहा कि उन्हें मस्क और प्रधानमंत्री मोदी के बीच हुई मुलाकात के उद्देश्य के बारे में कोई जानकारी नहीं है. हालांकि, उन्होंने यह भी माना कि मस्क की भारत में व्यापारिक रुचि हो सकती है. जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्होंने मस्क के लिए किसी तरह के हितों के टकराव को रोकने के लिए कुछ कदम उठाए हैं, तो ट्रंप ने कहा, "हां, पहले तो, वह ऐसा नहीं करेंगे, और दूसरा, हम उन्हें कुछ ऐसा करने की अनुमति नहीं देंगे जहां कोई हितों का टकराव हो."
DOGE और मस्क का सरकारी अनुबंध
ट्रंप ने यह भी स्पष्ट किया कि मस्क को कोई नया सरकारी अनुबंध नहीं मिलेगा जब वह DOGE (डॉगकॉइन) पर काम कर रहे हों. इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि अगर कोई हितों का टकराव नहीं है, तो इस मामले में कोई फर्क नहीं पड़ता. ट्रंप का यह बयान मस्क के संभावित सरकारी अनुबंधों और उनके व्यवसायिक हितों के बीच स्पष्ट अंतर को रेखांकित करता है.