पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में बयान दिया कि उन्हें यह नहीं पता कि टेस्ला के CEO एलन मस्क ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से क्यों मुलाकात की. ट्रंप ने व्हाइट हाउस में रिपोर्टरों से बात करते हुए कहा, "मुझे नहीं पता, वे मिले, और मुझे लगता है कि वह भारत में व्यापार करना चाहते हैं." ट्रंप का यह बयान उस समय आया है जब मस्क की भारत में संभावित व्यापारिक रुचि पर कई सवाल उठ रहे हैं.
मस्क का भारत दौरा और टेस्ला की योजनाएं
भारत में मस्क की रुचि केवल टेस्ला तक सीमित नहीं है, बल्कि उनके सैटेलाइट कंपनी स्टारलिंक के लिए भी वहां संभावनाएं तलाश रही थीं. स्टारलिंक के लिए भारतीय सरकार से अनुमति अभी भी लंबित है, और इसे लेकर भी कई विवाद उठ चुके हैं.
PM Modi goes to meet @elonmusk with India’s Foreign Minister @DrSJaishankar, National Security Advisor & 4 senior government officers.
— Praveen Chakravarty (@pravchak) February 14, 2025
Musk shows up for the meeting with 3 kids & 2 women.
His adorable kids are goofing around with Modi in the meeting.
Then, President Trump says… pic.twitter.com/iobvE4iiKX
स्टारलिंक पर विवाद और मस्क का रुख
पिछले साल दिसंबर में, मस्क ने यह पुष्टि की थी कि उनका स्टारलिंक भारत में "बंद" हो गया है, क्योंकि भारतीय सेना ने मणिपुर राज्य में आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई के दौरान स्टारलिंक के उपकरणों को जब्त किया था. भारतीय सेना ने एक फोटो पोस्ट की थी जिसमें स्टारलिंक के ब्रांडेड बॉक्स को देखा जा सकता था. मस्क ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि स्टारलिंक उपकरण का उपयोग आतंकवादी गतिविधियों के लिए नहीं किया जा सकता, क्योंकि भारत में उनकी कंपनी को उस तकनीक का उपयोग करने की अनुमति नहीं है.
ट्रंप का बयान और मस्क के हितों पर टिप्पणी
राष्ट्रपति ट्रंप ने मस्क के भारत दौरे पर स्पष्ट रूप से टिप्पणी करते हुए कहा कि उन्हें मस्क और प्रधानमंत्री मोदी के बीच हुई मुलाकात के उद्देश्य के बारे में कोई जानकारी नहीं है. हालांकि, उन्होंने यह भी माना कि मस्क की भारत में व्यापारिक रुचि हो सकती है. जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्होंने मस्क के लिए किसी तरह के हितों के टकराव को रोकने के लिए कुछ कदम उठाए हैं, तो ट्रंप ने कहा, "हां, पहले तो, वह ऐसा नहीं करेंगे, और दूसरा, हम उन्हें कुछ ऐसा करने की अनुमति नहीं देंगे जहां कोई हितों का टकराव हो."
DOGE और मस्क का सरकारी अनुबंध
ट्रंप ने यह भी स्पष्ट किया कि मस्क को कोई नया सरकारी अनुबंध नहीं मिलेगा जब वह DOGE (डॉगकॉइन) पर काम कर रहे हों. इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि अगर कोई हितों का टकराव नहीं है, तो इस मामले में कोई फर्क नहीं पड़ता. ट्रंप का यह बयान मस्क के संभावित सरकारी अनुबंधों और उनके व्यवसायिक हितों के बीच स्पष्ट अंतर को रेखांकित करता है.