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अमेरिका की पुलिस ने आखिर क्यों गोली मारकर की उत्तर प्रदेश के शख्स की 'हत्या'?

American Police Kills Indian: अमेरिका की सैन एंटोनियो पुलिस ने भारतीय मूल के एक शख्स की गोली मारकर हत्या कर दी. सैन एंटोनियो पुलिस के चीफ बिल मैकमैनस ने कहा कि शख्स को रोकने की कोशिश की जा रही थी, लेकिन वो भाग रहा था. इसी दौरान की गई फायरिंग में उसकी मौत हो गई.

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Edited By: India Daily Live
Why American police shoot man from Uttar Pradesh

American Police Kills Indian: सैन एंटोनियो में 42 साल के भारतीय मूल के शख्स की पुलिस ने गोली मारकर हत्या कर दी. आरोप है कि शख्स ने अपनी कार से दो लोगों को कुचल दिया था. मामले की जानकारी के बाद पुलिस आरोपी को पकड़ना चाह रही थी, लेकिन वो भागने की फिराक में था. मामला 21 अप्रैल का बताया जा रहा है. पुलिस के मुताबिक, शख्स को घटनास्थल पर ही मृत घोषित कर दिया गया था.

भारतीय मूल के शख्स की पहचान सचिन साहू के रूप में हुई है, जो उत्तर प्रदेश का रहने वाला था. सैन एंटोनियो पुलिस ने पीटीआई को दिए एक बयान में कहा कि प्रारंभिक जांच के अनुसार 21 अप्रैल की शाम 6:30 बजे से ठीक पहले एक सूचना मिली. इसके बाद पुलिस की एक टीम को सैन एंटोनियो के चेविओट हाइट्स में एक घर भेजा गया. .

पुलिस के घटनास्थल पर पहुंचने पर पुलिस की टीम को 51 साल की एक महिला मिली, जिसे तेज रफ्तार कार से कुचला गया था. जानकारी जुटाने पर पता चला कि सचिन साहू ने अपनी कार से महिला को कुचला है. इसके बाद पुलिस गंभीर हालत में महिला को लेकर स्थानीय अस्पताल पहुंची. इसके बाद सैन एंटोनियो पुलिस ने सचिन साहू की गिरफ्तारी के लिए एक वारंट जारी किया.

पड़ोसियों ने सचिन के घर लौटने पर पुलिस को दी जानकारी

कई घंटों बाद, पड़ोसियों ने पुलिस को फोन करके जानकारी दी कि सचिन साहू घर लौट आया है. जानकारी के बाद एक बार फिर पुलिस की टीम सचिन साहू के घर पहुंची और उससे कॉन्टेक्ट करने की कोशिश की. पुलिस को देख सचिन साहू भागने लगा और पुलिस के दो अधिकारियों को टक्कर मार दी. इसके बाद एक अधिकारी ने अपने हथियार से गोली चला दी, जिससे सचिन साहू की घटनास्थल पर मौत हो गई. पुलिस ने बताया कि सचिन साहू ने अपनी कार से एक महिला को कुचल दिया था, जो उसकी रूममेट थी. 

Kens5.com की एक रिपोर्ट में सचिन साहू की पूर्व पत्नी लिआ गोल्डस्टीन के हवाले से कहा गया है कि साहू को बाइपोलर डिसऑर्डर का पता चला है. गोल्डस्टीन ने कहा कि वो पिछले 10 सालों से बाइपोलर डिसऑर्डर से जूझ रहे थे. उनमें सिज़ोफ्रेनिया के लक्षण भी थे.