कौन हैं इंडियन स्कॉलर रंजनी श्रीनिवासन जिनका अमेरिका ने रद्द किया वीजा, आतंकवाद और हिंसा को बढ़ावा देने का आरोप
Who is Ranjani Srinivasan: अमेरिकी गृह सुरक्षा विभाग (डीएचएस) ने कोलंबिया विश्वविद्यालय के एक भारतीय डॉक्टरेट छात्र का वीजा रद्द किया. भारतीय छात्रा का नाम रंजनी श्रीनिवासन है.
Who is Ranjani Srinivasan: भारतीय छात्रा रंजनी श्रीनिवासन अमेरिका के कोलंबिया विश्वविद्यालय में शहरी योजना (Urban Planning) में डॉक्टोरल डिग्री प्राप्त कर रही थी. वह फुलब्राइट रिसीपीएन्ट भी हैं और उनका शैक्षिक बैकग्राउंड बहुत ही प्रभावशाली है. उन्होंने कोलंबिया विश्वविद्यालय के ग्रेजुएट स्कूल ऑफ आर्किटेक्चर, प्लानिंग एंड प्रिजर्वेशन से शहरी योजना में एम.फिल किया है. इसके अलावा, उन्होंने हार्वर्ड विश्वविद्यालय के ग्रेजुएट स्कूल ऑफ डिजाइन से मास्टर डिग्री और CEPT विश्वविद्यालय से डिजाइन में बैचलर डिग्री प्राप्त की है. हालांकि, अमेरिका ने उनका वीजा रद्द कर दिया है. उनके ऊपर हमास का समर्थन करने का आरोप है. वीजा रद्द होने के बाद उन्होंने खुद को अमेरिका से डिपोर्ट कर लिया.
रंजनी का शोध कार्य भारतीय शहरीकरण और मजदूरी के राजनीतिक अर्थशास्त्र पर आधारित है. वह "भूमि-मजदूरी संबंधों" और "स्थानीय विकास" में रुचि रखती हैं, और उनका मुख्य उद्देश्य भारत के परिधीय शहरी कस्बों के मजदूरी बाजार में हो रहे बदलावों की जांच करना था.
अमेरिका ने क्यों रद्द किया रंजनी श्रीनिवासन का वीजा?
अमेरिकी होमलैंड सिक्योरिटी विभाग (DHS) ने रंजनी श्रीनिवासन का वीजा 5 मार्च 2025 को रद्द कर दिया. यह कदम तब उठाया गया जब उन पर हमास, एक आतंकवादी संगठन, का समर्थन करने का आरोप लगा. अमेरिका के अधिकारियों ने बताया कि रंजनी के कार्यों से यह निष्कर्ष निकाला गया कि उन्होंने हिंसा और आतंकवाद को बढ़ावा दिया था, जिसके कारण उनका वीजा रद्द किया गया.
वीजा रद्द किए जाने के बाद रंजनी ने 11 मार्च 2025 को खुद को स्वेच्छा से देश से वापस भेज लिया. उन्होंने CBP Home ऐप का उपयोग करके अपनी स्वैच्छिक निर्वासन प्रक्रिया पूरी की. इस प्रक्रिया का एक वीडियो भी सामने आया, जिसमें रंजनी ने अपनी स्वेच्छा से अमेरिका छोड़ने की पुष्टि की.
अमेरिका ने वीजा रद्द करने के बाद क्या कहा?
अमेरिकी सुरक्षा विभाग के सचिव, क्रिस्टी नोएम, ने इस मामले पर बयान देते हुए कहा, "अमेरिका में अध्ययन करने के लिए वीजा प्राप्त करना एक सम्मान की बात है. लेकिन जब कोई हिंसा और आतंकवाद का समर्थन करता है, तो उसे वह सम्मान नहीं मिल सकता. मैं खुश हूं कि कोलंबिया विश्वविद्यालय के एक आतंकवाद समर्थक छात्र ने CBP Home ऐप का उपयोग करके खुद को निर्वासित किया."