Iran Israel Conflict: ईरान ने रविवार देर रात इजरायल पर सैकड़ों ड्रोन और बैलिस्टिक मिसाइल के जरिए हमला कर दिया. ईरानी हमले की अमेरिका सहित कई देशों ने निंदा की है. कनाडा, जर्मनी, यूएन और कई अन्य देशों ने तेहरान के हवाई हमले की निंदा की है. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने इजरायल के प्रति अमेरिका की प्रतिबद्धता जाहिर करते हुए साथ देने की बात कही है. अमेरिका ने ईरानी हमलों के बाद विचार विमर्श के लिए जी-7 देशों की एक बैठक भी बुलाई है. इजरायली सेना के प्रवक्ता ने कहा कि ईरान ने उस पर 300 से ज्यादा ड्रोन और मिसाइल दागी गई हैं जिनमें 99 फीसदी को हवा में ही मार गिराया गया.
बाइडन ने अपने बयान में कहा कि हमने लगभग सभी ड्रोन और मिसाइल को मार गिराने में अपने सहयोगी की मदद की है. उन्होंने हमले से पहले शनिवार को इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से फोन पर बात भी की थी. अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि यूएस ईरानी हमले की कड़े शब्दों में निंदा करता है. संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने भी इस हमले की निंदा की. उन्होंने दोनों पक्षों से शांति का आग्रह किया. यूएन महासभा के अध्यक्ष डेनिस फ्रांसिस ने पश्चिम एशिया के हालात पर गहरी चिंता व्यक्त की.
ईरान ने दमिश्क दूतावास पर इजरायली हमले के जवाब में इस कार्रवाई को अंजाम दिया है. ईरान ने ताजा हमले को संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुच्छेद 51 के मुताबिक नियम सम्मत कार्रवाई बताया है.
इजरायली प्रधानमंत्री ने तेहरान के हमले के बाद वॉर कैबिनेट की बैठक बुलाई है और अमेरिका के राष्ट्रपति से बात की है. बाइडन ने इजरायल की रक्षा के प्रति अमेरिकी प्रतिबद्धता को फिर से दोहराया है. उन्होंने कहा कि इजरायल की मदद के लिए ही बीते हफ्ते इलाके में अमेरिका के विध्वंसक युद्धपोतों को क्षेत्र में तैनात किया गया है.