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India Daily

क्या होगा अगर भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध हुआ? CIA ने 32 साल पहले खोल दिया था राज

हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है, जिसके परिणामस्वरूप भारत ने सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करने की कसम खाई है.

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Edited By: Gyanendra Sharma
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Courtesy: Social Media

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है. भारत से बदले के आवाज उठ रही है.  भारत ने पहले ही अपनी मंशा साफ कर दी है कि वह पाकिस्तान के खिलाफ सभी उपलब्ध साधनों का इस्तेमाल करने जा रहा है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इस्लामाबाद के नेतृत्व वाले संगठनों के इशारे पर सीमा पार आतंकवाद पूरी तरह से खत्म हो जाए.

पहलगाम हमले का बदला लेने के लिए भारत की सैन्य कार्रवाई की अटकलों के बीच, हाल ही में सार्वजनिक किए गए 1993 के सीआईए दस्तावेज़ सामने आए हैं. सीआईए के दस्तावेज़ों में भविष्यवाणी की गई थी कि अगर दोनों देशों के बीच युद्ध हुआ तो पाकिस्तान के लिए विनाशकारी साबित होगा. सार्वजनिक किए गए दस्तावेज़ों के अनुसार, दोनों देशों के बीच युद्ध से पाकिस्तान की सेना नष्ट हो सकती है.

सैन्य ताकत का लेखा-जोखा

1993 के दस्तावेजों में भारत और पाकिस्तान दोनों की सैन्य ताकत का लेखा-जोखा था, और इस बात पर भी जोर दिया गया कि पूर्ण युद्ध की संभावना केवल 20% है. हालांकि, इसमें चेतावनी दी गई थी कि आतंकी हमले" की स्थिति में, चीजें काफी हद तक बदल सकती हैं. 1993 के राष्ट्रीय खुफिया आकलन, जिसका शीर्षक था " भारत-पाकिस्तान: 1990 के दशक में युद्ध की संभावनाएं " जिसे राष्ट्रीय सुरक्षा अभिलेखागार द्वारा एक अपील के बाद सार्वजनिक किया गया. 

परमाणु युद्ध की संभावना

1993 के आकलन में परमाणु युद्ध की संभावना को भी ध्यान में रखा गया था. दस्तावेज में कहा गया है, पाकिस्तान परमाणु हथियारों को मुख्य रूप से एक निवारक के रूप में देखता है तथा इसे पारंपरिक रूप से श्रेष्ठ भारत के साथ संघर्ष की स्थिति में अपने अस्तित्व की रक्षा के रूप में देखता है. भारत की सैन्य प्रगति में तेजी से वृद्धि से पाकिस्तान की प्रतिस्पर्धी बने रहने की क्षमता पर असर पड़ेगा. इस्लामाबाद को भारत की बढ़ती सैन्य ताकत से और भी अधिक खतरा महसूस होगा और वह परमाणु प्रतिरोध पर अधिक निर्भर होगा. अंतिम उपाय के रूप में, इस्लामाबाद की हताश सरकार परमाणु हथियारों की खुलेआम तैनाती जैसे चरम उपाय पर भी विचार कर सकती है.

दस्तावेजों में पाकिस्तान पर भारत की स्पष्ट सैन्य श्रेष्ठता को भी उजागर किया गया है. गुप्त रिपोर्ट में इस बात का भी संकेत दिया गया है कि भारत "नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ के रास्ते बंद करने या आतंकवाद का समर्थन करने के लिए पाकिस्तान को दंडित करने" के लिए सैन्य कार्रवाई कर सकता है. इस बीच, भारत ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ एक्शन की घोषणा कर दी है.