केंद्र की मोदी सरकार ने शुक्रवार (21 मार्च) को कहा कि अमेरिका द्वारा भारत पर पारस्परिक टैरिफ सहित किसी भी देश विशेष पर टैरिफ नहीं लगाया गया है. दरअसल, विपक्ष की ओर से पूछे गए सवाल के जवाब में राज्य मंत्री जितिन प्रसाद ने कहा, "अमेरिकन सरकार ने 13 फरवरी 2025 को एक मेमोरेंडम जारी किया था जिसमें वाणिज्य सचिव और अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि से अपेक्षित कार्रवाई की बात की गई है, जिससे यह जांच की जा सके कि क्या अमेरिका पर किसी गैर-प्रतिदान व्यापार समझौतों के कारण कोई नुकसान हुआ है.
राज्य मंत्री जितिन प्रसाद ने राज्यसभा में कहा कि इसके बाद, हर व्यापार साझेदार के लिए प्रस्तावित समाधान के आधार पर, अमेरिका अपने किसी भी संबंधित कानून के तहत कार्रवाई कर सकता है.
अमेरिका का भारत पर शुल्क बढ़ाने का बयान
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बार-बार भारत द्वारा लगाए गए उच्च शुल्क की आलोचना की है. उन्होंने कहा कि भारत एक उच्च-शुल्क देश है और यह दोहराया कि जो देश अमेरिकी सामान पर शुल्क लगाते हैं, उनके खिलाफ प्रत्याशित शुल्क 2 अप्रैल से लागू हो जाएंगे. हालांकि, वर्तमान में भारत पर कोई स्पेशल शुल्क, जिसमें प्रत्याशित शुल्क भी शामिल हो, नहीं लगाया गया है. जितिन प्रसाद ने कहा, "अमेरिका ने सभी देशों से आयातित स्टील और एल्युमिनियम पर अतिरिक्त शुल्क लगाया है, जिसमें कोई छूट नहीं दी गई है.
भारत और अमेरिका के बीच कैसे हैं कारोबारी रिश्ते
जितिन प्रसाद ने यह भी कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों को और मजबूत बनाने की दिशा में लगातार संवाद जारी है. वहीं, बीते 13 फरवरी 2025 को दोनों देशों ने एक संयुक्त बयान जारी करते हुए अपने आर्थिक संबंधों को मजबूत करने की बात कही थी. उन्होंने कहा, "मिशन 500" के तहत, दोनों देशों का मकसद 2030 तक अमेरिका-भारत व्यापार को 500 बिलियन डॉलर तक दोगुना करना है, ताकि दोनों देशों के बीच कारोबार संबंधों को कई क्षेत्रों में बढ़ावा दिया जा सके.
अमेरिका और भारत के बीच कारोबारी समझौते का क्या है उद्देश्य!
राज्यमंत्री जितिन प्रसाद ने यह भी बताया कि दोनों देश एक पारस्परिक लाभकारी, बहु-क्षेत्रीय द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर बातचीत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. इस समझौते के तहत, दोनों देश बाजारों तक पहुंच बढ़ाने, शुल्क और गैर-शुल्क बाधाओं को घटाने, आपूर्ति श्रृंखला एकीकरण को बढ़ाने और प्रमुख व्यापारिक मुद्दों को द्विपक्षीय रूप से हल करने पर ध्यान केंद्रित करेंगे.
'भारत के साथ बहुत अच्छे संबंध'- डोनाल्ड ट्रंप
गुरुवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उनका भारत के साथ "बहुत अच्छा संबंध" है, लेकिन उनका "केवल एक समस्या" यह है कि भारत "दुनिया के सबसे उच्च शुल्क वाले देशों में से एक है." ट्रंप ने कहा, "मुझे भारत के साथ बहुत अच्छे संबंध हैं, लेकिन मेरी एक समस्या यह है कि वे दुनिया के सबसे हाई टैरिफ शुल्क वाले देशों में से एक हैं. मुझे लगता है कि वे शायद उन शुल्कों को काफी कम करेंगे, लेकिन 2 अप्रैल को हम उन्हें वही शुल्क लगाएंगे जो वे हमें लगाते हैं.