'हमें अस्पताल चाहिए, मिसाइलें नहीं': रोम में यूरोपीय संघ की इस योजना के खिलाफ सड़कों पर उमड़ा जन सैलाब
'हमें अस्पताल चाहिए, मिसाइलें नहीं': रोम में यूरोपीय संघ की इस योजना के खिलाफ सड़कों पर उमड़ा जन सैलाब

इटली की राजधानी रोम में हजारों लोग सड़कों पर उतर आए और यूरोपीय संघ (EU) के पुनरस्त्रीकरण योजना के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारी हाथों में तख्तियां लिए नारे लगा रहे थे, जिनमें लिखा था, "हमें अस्पताल चाहिए, मिसाइलें नहीं." यह विरोध ईयू की उस योजना के खिलाफ था, जिसमें रक्षा क्षेत्र में 800 अरब यूरो (लगभग 850 अरब डॉलर) निवेश करने की बात है. लोगों का मानना है कि यह पैसा स्वास्थ्य, शिक्षा और कल्याण जैसे क्षेत्रों में खर्च होना चाहिए.
प्रदर्शन की वजह
यूरोपीय संघ ने हाल ही में अपनी सैन्य क्षमता बढ़ाने के लिए बड़े पैमाने पर धन आवंटन की योजना बनाई है. इसमें हथियारों, मिसाइलों और रक्षा तकनीकों पर भारी निवेश शामिल है. यह कदम वैश्विक तनाव और क्षेत्रीय सुरक्षा चिंताओं के बीच उठाया गया है. हालांकि, रोम के प्रदर्शनकारियों का कहना है कि मौजूदा समय में लोगों की बुनियादी जरूरतें प्राथमिकता होनी चाहिए. एक प्रदर्शनकारी ने कहा, "हमें अस्पताल चाहिए, मिसाइलें नहीं. यह पैसा हमारे बच्चों के भविष्य के लिए इस्तेमाल हो, न कि युद्ध के लिए."
जनता का गुस्सा और मांग
रोम की सड़कों पर जमा भीड़ ने सरकार और ईयू नेताओं से इस योजना पर पुनर्विचार करने की मांग की. प्रदर्शन में शामिल लोगों ने स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार, बेरोजगारी से निपटने और सामाजिक कल्याण पर ध्यान देने की अपील की. यह विरोध उस समय हुआ, जब यूरोप में महंगाई और आर्थिक चुनौतियां पहले से ही लोगों के लिए मुश्किलें बढ़ा रही हैं. प्रदर्शनकारियों का मानना है कि रक्षा पर इतना बड़ा खर्च उनकी रोजमर्रा की जिंदगी को और कठिन बना देगा.
वैश्विक संदेश
यह प्रदर्शन न केवल इटली, बल्कि पूरे यूरोप के लिए एक संदेश है. लोगों ने साफ कर दिया कि शांति और समृद्धि उनकी प्राथमिकता है, न कि सैन्य विस्तार.