Pakistan News: पाकिस्तान की नेशनल असेंबली के सदस्य और JUI-F के चीफ मौलाना फजलुर्रहमान ने पाकिस्तान सरकार की नीतियों पर जमकर आलोचना की है. उन्होंने इस्लामाबाद के इजरायल पर रुख पर बड़े सवाल किए हैं. उन्होंने कहा कि जब इजरायल नाम का दुनिया में किसी देश का जब अस्तित्व ही नहीं है तब भी मुल्क में उसको लेकर बातचीत हो रही है. इससे पता चलता है कि शहबाज शरीफ की सरकार मुल्क के कायद-ए-आजम मोहम्मद अली जिन्ना की विचारधारा को भूल चुकी है. जिस विचारधारा में इजरायल के अस्तित्व को न स्वीकार करने की बात की जाती थी. पाक के सीनियर नेता के इस बयान के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि पाक पर्दे के पीछे से कोई बड़ा खेल कर रहा है. वह इजरायल को मान्यता देने पर विचार कर रहा है.
पाकिस्तानी समाचार पत्र द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की खबर के अनुसार, बुधवार को लाहौर में नेशनल फिलिस्तीन समिट को संबोधित करते हुए कहा कि इजरायल का नाम अब इतिहास में नहीं मिलता. डीजल मौलाना नाम से प्रसिद्ध फजलुर्रहमान ने कहा कि ब्रिटिशों के समर्थन के कारण यहूदियों को साजिशन फिलिस्तीनी जमीन पर बसाया गया है. इजरायल को जब यूएन से मंजूरी मिली तब पाक का निर्माण नहीं हुआ था. हमारे कायद ए आजम इजरायल की स्थापना के पूरी तरह खिलाफ थे. हमने उनकी विचारधारा को नहीं माना. यह एक बड़ा विश्वासघात है.
मौलाना ने कहा कि पाक सरकार पर हमलावर होते हुए कहा कि यह आश्चर्य की बात है कि हम किस देश को मान्यता देने पर विचार कर रहे हैं. इजरायल नाम का तो न कोई देश है और न ही इसका कोई स्थान परिभाषित है. फिलिस्तीन के मसले पर उन्होंने पाक सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने सरकार से सवाल पूछा कि आखिर वे इस मसले पर चुप्पी क्यों साधे हुए हैं? पाक के नेता ने अमेरिका और यूरोपीय सरकारों को फिलिस्तीन के युद्ध अपराध में बराबर का भागीदार बताया है. उन्होनें गाजा के मामले को अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में लाने पर साउथ अफ्रीका की काफी सराहना भी की.