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India Daily

भारत-बांग्लादेश के बीच वार-पलटवार, हिंदूओं पर हो रहा अत्याचार के बीच बढ़ी टेंशन, संभल हिंसा का क्यों आया जिक्र?

भारत ने बांग्लादेश से कहा है कि उसे इन घटनाओं को गंभीरता से लेकर, दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए और सभी समुदायों के बीच शांति और समरसता बनाए रखने के लिए प्रयास करना चाहिए. भारत का मानना है कि किसी भी देश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा, उनके अधिकारों और स्वतंत्रता का सम्मान करना शासन की प्राथमिक जिम्मेदारी होती है.

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Edited By: Gyanendra Sharma
 India and Bangladesh
Courtesy: Social Media

भारत के विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को एक बार फिर बांग्लादेश सरकार से अल्पसंख्यक समुदायों विशेषकर हिन्दुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की है. मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि बांग्लादेश में हाल में हुई घटनाओं को 'मीडिया की अतिशयोक्ति' के रूप में खारिज नहीं किया जा सकता. भारत ने बांग्लादेश सरकार के साथ लगातार इस मुद्दे को उठाया है और यह साफ किया है कि वहां की सरकार को सभी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए.

भारत का यह बयान बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिन्दू समुदाय पर हमलों और उनकी सुरक्षा को लेकर बढ़ती चिंता के बीच आया है. हाल के महीनों में बांग्लादेश के विभिन्न हिस्सों में हिन्दू समुदाय के लोगों पर हमले, धार्मिक स्थानों पर तोड़फोड़ और अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ अन्य हिंसक घटनाएं सामने आई हैं. भारत ने इन घटनाओं को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की है और कहा है कि बांग्लादेश सरकार को इस तरह की हिंसा को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए.

बांग्लादेश में हिंदूओं पर हो रहा हमला

भारत ने बांग्लादेश से यह भी कहा है कि उसे इन घटनाओं को गंभीरता से लेकर, दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए और सभी समुदायों के बीच शांति और समरसता बनाए रखने के लिए प्रयास करना चाहिए. भारत का मानना है कि किसी भी देश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा, उनके अधिकारों और स्वतंत्रता का सम्मान करना शासन की प्राथमिक जिम्मेदारी होती है. 

विदेश मंत्रालय ने यह भी कहा कि जब तक बांग्लादेश की सरकार इस मामले में ठोस कार्रवाई नहीं करती, तब तक अंतरराष्ट्रीय समुदाय की निगाहें इस मुद्दे पर बनी रहेंगी. भारत ने बांग्लादेश सरकार से यह उम्मीद जताई है कि वह अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा के लिए जरूरी कदम उठाएगा और सुनिश्चित करेगा कि सभी समुदायों को समान रूप से सुरक्षा मिले.

इस बयान से यह स्पष्ट होता है कि भारत, बांग्लादेश में अपने अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा को लेकर बहुत गंभीर है और इस मुद्दे पर वह लगातार बांग्लादेश सरकार से संवाद बनाए रखेगा. बांग्लादेश की सरकार के लिए यह चुनौतीपूर्ण समय है, क्योंकि उसे अपने देश में बढ़ती धार्मिक हिंसा को रोकने और सभी समुदायों के बीच शांति बनाए रखने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे.

संभल की हिंसा पर बांग्लादेश में सवाल

बांग्लादेश मीडिया ने भारत के उपर हमला किया है. अखबारों में भारत में अल्पसंख्यों के अधिकार के बारे लिखा जा रहा है. जिस भारत ने बांग्लादेश की स्वतंत्रता में अहम भूमिका निभाई, वही भारत हाल के दिनों में गलत सूचना को इतनी ज़्यादा तवज्जो दे रहा है.  ढाका ट्रिब्यून ने लिखा है कि यह स्पष्ट है कि भारत की चिंता दिखावे की है.  भारतीय मीडिया गलत सूचनाएं फैला रहा है.