'पीएम मोदी का इंतजार है', NSA अजीत डोभाल से ऐसा क्यों बोले राष्ट्रपति पुतिन?

India Russia Relation: भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार इन दिनों रूस के दौरे पर हैं. इस दौरान उन्होंने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भी मुलाकात की. इस दौरान पुतिन ने उनसे कहा कि वह प्रधानमंत्री मोदी का साल के अंत में होने वाले ब्रिक्स समिट में शामिल होने का इंतजार कर रहे हैं.

ANI
India Daily Live

India Russia Relation: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने गुरुवार को भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने कहा कि साल के अंत में कजान में होने वाले ब्रिक्स समिट में उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इंतजार है. पुतिन ने कहा कि इस सम्मेलन में उन्होंने भारतीय प्रधानमंत्री के साथ द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन आयोजित करने का प्रस्ताव रखा है.  रूसी सरकारी मीडिया आउटलेट स्पुतनिक और TASS की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल के साथ अपनी बैठक के दौरान पीएम मोदी के साथ बातचीत की अपनी इच्छा व्यक्त की है. 

विदेश मंत्रालय ने साप्ताहिक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान बताया कि भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने गुरुवार को सेंट पीटर्सबर्ग में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की. डोभाल 10-12 सितंबर तक आयोजित ब्रिक्स और ब्रिक्स प्लस उच्च स्तरीय सुरक्षा अधिकारियों की बैठक में भाग लेने के लिए सेंट पीटर्सबर्ग में हैं. उनकी इस यात्रा के दौरान यूक्रेन युद्ध और शांति प्रयासों पर चर्चा होने की भी उम्मीद है. 

 

इस्तांबुल समझौता कर सकता है मदद 

भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि एनएसए डोभाल ने राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात की. इसके अलावा रूस में उनके अन्य कार्यक्रम भी हैं. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि चीन, भारत और ब्राजील यूक्रेन पर संभावित शांति वार्ता में मध्यस्थ की भूमिका निभा सकते हैं. पुतिन ने एक कार्यक्रम में कहा था कि युद्ध के शुरुआती हफ्तों में रूस और यूक्रेन के वार्ताकारों के बीच इस्तांबुल में एक समझौता किया गया था, जिसे कभी लागू नहीं किया जा सका. वह आज भी वार्ता के लिए एक आधार का काम कर सकता है. 

जल्द लौटेंगे शेष भारतीय 

पिछले हफ्ते मोदी और पुतिन के बीच फोन पर हुई बातचीत में दोनों नेताओं ने डोभाल की यात्रा और यूक्रेन में शांति सुनिश्चित करने पर चर्चा की थी. इस बीच, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने उन भारतीयों के बारे में जानकारी दी. जिन्हें यूक्रेन में रूसी सेना के लिए लड़ने के लिए बहकाया गया था. उन्होंने कहा कि संघर्ष में फंसे 6 भारतीयों को हाल ही में रूस ने रिहा कराया है और रूस से रिहा कराए गए भारतीयों की कुल संख्या 45 हो गई है.  जायसवाल ने बताया कि 50 और भारतीयों को जल्द ही रिहा कराया जाएगा. प्रवक्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री की रूस यात्रा के बाद से 35 भारतीय नागरिकों को छुट्टी दी जा चुकी है, जिनमें से 6 एक दिन पहले ही पहुंचे थे.  अन्य 50 को अभी लौटना है.  यात्रा से पहले 10 को पहले ही छुट्टी दे दी गई थी.