Canada Election 2025: कनाडा में आम चुनाव की घोषणा अचानक कर दी गई, जिससे राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है. प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने 28 अप्रैल को तुरंत चुनाव कराने का ऐलान किया है, जो 36 दिनों तक चलेगा. इस चुनाव में घरेलू मुद्दों से ज्यादा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीति और कनाडा की संप्रभुता मुख्य बहस के केंद्र में रहेंगे. आइए जानते हैं 5 बड़े कारण जो इस चुनाव के पीछे छिपे हैं.
1. ट्रंप का प्रभाव और आर्थिक दबाव
अमेरिका और कनाडा की अर्थव्यवस्थाएं गहराई से जुड़ी हुई हैं, लेकिन ट्रंप की हालिया "अनुचित" व्यापार नीतियों और टैरिफ प्रतिबंधों ने कनाडा की आर्थिक स्थिरता को चुनौती दी है. ट्रंप ने कनाडा को अमेरिका का "51वां राज्य" तक बनाने की बात कही, जिससे राजनीतिक तनाव बढ़ गया.
2. मार्क कार्नी के लिए पहली राजनीतिक परीक्षा
मार्क कार्नी पूर्व बैंकर हैं और राजनीति में नए हैं. उन्हें प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के इस्तीफे के बाद लिबरल पार्टी का नेतृत्व सौंपा गया था. अब उनके सामने यह चुनौती है कि क्या वे जनता का विश्वास जीत सकते हैं और ट्रंप की नीतियों का सामना कर सकते हैं?
3. कंजर्वेटिव बनाम लिबरल्स की कड़ी टक्कर
कंजर्वेटिव नेता पियरे पोलीव्रे और लिबरल नेता मार्क कार्नी के बीच सीधा मुकाबला है. पोलीव्रे की रणनीति "कनाडा पहले" पर आधारित है, जबकि कार्नी वैश्विक अनुभव का उपयोग करके कनाडा की अर्थव्यवस्था और संप्रभुता की रक्षा करना चाहते हैं.
4. राष्ट्रीय सुरक्षा का सवाल
इस चुनाव में राष्ट्रीय सुरक्षा अहम मुद्दे बन चुके हैं. अमेरिका के साथ बढ़ते तनाव के बीच, कनाडाई मतदाता यह तय करेंगे कि देश को वैश्विक मंच पर कैसे मजबूती से खड़ा किया जाए.
5. ऐतिहासिक कॉन्टेक्स्ट और बड़ा बदलाव
1988 में उत्तर अमेरिकी मुक्त व्यापार समझौते के समय कनाडा में ऐसा ही माहौल था. तब भी संप्रभुता, व्यापार और आर्थिक स्वतंत्रता पर सवाल उठे थे. अब 2025 का चुनाव भी उसी दिशा में जा रहा है, जहां भविष्य की रणनीति को लेकर बड़ा फैसला होगा.
इन वजहों से चुनाव जल्द कराए जा रहे हैं -