Iceland Volcano: हजारों भूकंपों के बाद आइसलैंड में फटा ज्वालामुखी, कई किमी तक दिखी धरती में दरारें, सरकार ने लगाई इमरजेंसी
Iceland Volcano and Earthquake: ज्वालामुखी विस्फोट के कारण जमीन पर पर 3.5 किमी की लंबी दरारें पड़ चुकी हैं और यह लगातार बढ़ती जा रही है. प्रशासन ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है.
Iceland Volcano: आइसलैंड के ग्रिंडाविक में सबसे अधिक आबादी वाले हिस्से में सोमवार को ज्वालामुखी फट गया है. रिपोर्ट के अनुसार, देश के मौसम विभाग ने कहा कि ज्वालामुखी फटने से पहले यहां बीते एक माह में हजारों भूकंप दर्ज किये गए हैं. खबर के मुताबिक, ज्वालामुखी विस्फोट के कारण जमीन पर पर 3.5 किमी की लंबी दरारें पड़ चुकी हैं और यह लगातार बढ़ती जा रही है.
ज्वालामुखीय विस्फोट की तीव्रता बेहद अधिक
आइसलैंड की राजधानी रेक्येविक से यह जगह महज 40 किमी की दूरी पर ही स्थित है. इन दरारों से लावा लगातार 100-200 स्क्वायर मीटर प्रति सेकेंड की दर से बह रहा है. मौसम विभाग के अनुसार, रेक्येविक में हुआ ज्वालामुखीय विस्फोट बीते कई विस्फोटों की तुलना में बहुत अधिक है. मौसम विभाग ने बताया कि यह विस्फोट सोमवार की रात लगभग 10.17 बजे के आस-पास हुआ है.
प्रशासन ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा
रिपोर्ट के अनुसार, प्रशासन ने लोगों से आसपास के इलाकों में जाने से मना किया है. स्थानीय रिपोर्ट के मुताबिक, इस प्रायद्वीपीय इलाके में पिछले महीने से ही सड़कें धंसना आरंभ हो गई थीं. भूकंप की वार्निंग के बाद यहां रह रहे 4 हजार स्थानीय लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया था. मौसम विभाग के मुताबिक, पिछले 2 सालों में इस क्षेत्र में करीब 4 ज्वालामुखी घटनाएं हो चुकी हैं.
स्थिति को देखते हुए सरकार ने लगाई इमरजेंसी
ज्वालामुखी विस्फोट के बाद इसके स्थान की पुष्टि करने के लिए हेलीकॉप्टॉर को भेजा गया है. आइसलैंड के राष्ट्रीय पुलिस आयुक्त ने बताया कि ज्वालामुखी विस्फोट के बाद इमरजेंसी घोषित कर दी गई है. इसके अलावा नागरिकों से अलर्ट रहने की अपील की गई है.