Israel Hezbollah Conflict: पेंटागन ने सोमवार को कहा कि इजरायल और लेबनान के हिजबुल्लाह के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए अमेरिका मध्य पूर्व में कुछ अतिरिक्त सैनिक भेज रहा है. हालांकि उसने तैनात सैनिकों की सटीक संख्या या मिशन के बारे में बताने से इंकार कर दिया है.
पेंटागन के प्रवक्ता एवं वायुसेना के मेजर जनरल पैट्रिक राइडर ने प्रेस वार्ता में कहा कि अत्यधिक सावधानी बरतते हुए हम क्षेत्र में पहले से मौजूद अपनी सेना को बढ़ाने के लिए कुछ अतिरिक्त अमेरिकी सैन्यकर्मियों को आगे भेज रहे हैं. गाजा में हमास के खिलाफ लगभग एक वर्ष के युद्ध के बाद इजरायल अपना ध्यान अपनी उत्तरी सीमा पर केंद्रित कर रहा है. यहां से हिजबुल्लाह अपने सहयोगी हमास के समर्थन में इजरायल पर रॉकेट दाग रहा है.
इजरायल की सेना ने सोमवार को लेबनान के दक्षिणी, पूर्वी बेका घाटी और सीरिया के पास उत्तरी क्षेत्र में हिजबुल्लाह पर सबसे व्यापक हमला किया. दक्षिणी लेबनान में इजरायल द्वारा किए गए हमलों में कम से कम 274 लोग मारे गए और 1,000 से ज़्यादा लोग घायल हुए, जिनमें बच्चे, महिलाएँ और डॉक्टर भी शामिल हैं. साल 2006 के इजरायल-हिजबुल्लाह युद्ध के बाद यह सबसे घातक हमला था. एक सुरक्षा सूत्र ने रॉयटर्स को बताया कि सोमवार शाम को लेबनान की राजधानी के दक्षिणी उपनगरों में इजरायली हमले में हिजबुल्लाह के वरिष्ठ नेता अली कराकी को निशाना बनाया गया, जो दक्षिणी मोर्चे के प्रमुख हैं.
अमेरिकी प्रशासन संघर्ष को गाजा तक सीमित रखने की कोशिश कर रहा है और उसने बार-बार इजरायल-लेबनान सीमा संकट को कूटनीति के माध्यम से हल करने की अपील की है. इजरायले के ताजा हमलों के बीच अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने इजरायली रक्षा मंत्री योआव गैलेंट से बात भी की है. इस दौरान विशेषज्ञों ने सवाल उठाया है कि यदि लेबनान के हिजबुल्लाह के अस्तित्व को खतरा हुआ तो क्या ईरान किनारे पर रहेगा ? उनके मुताबिक, यदि क्षेत्रीय युद्ध छिड़ गया तो अमेरिकी सैनिकों को भी पूरे मध्य पूर्व में निशाना बनाया जा सकता है.