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अपने ही चंगुल में फंसा अमेरिका, रूस को लेकर टेंशन में बाइडन प्रशासन

Russia USA Row: अमेरिका ने रूस के यूरेनियम संवर्धन पर प्रतिबंध लगाया है. इस प्रतिबंध पर वहां के संगठन फिर से विचार करने के लिए कह रहे हैं क्योंकि अमेरिका अपनी जरूरत का 20 फीसदी यूरेनियम रूस से मंगाता है.

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Edited By: India Daily Live
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Courtesy: Social Media

Russia USA Row: अमेरिका को अब अपने फैसले पर ही परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. दरअसल अमेरिका ने रूसी यूरेनियम पर प्रतिबंध लगा दिया था. अमेरिकी परमाणु उद्योग विभाग ने बाइडन प्रशासन के इस फैसले पर आपत्ति जताई है. उनका कहना है कि इसमें छूट दी जाए. अमेरिका की परमाणु ईंधन कंपनी सेंट्रस एनर्जी ने पूरी इंडस्ट्री की चुनौतियों के बारे में चेताया है. कंपनी ने कम रूसी संवर्धित यूरेनियम की डिलीवरी पर दोबारा विचार करने का आग्रह किया है. अमेरिका ने यूक्रेन पर आक्रमण के विरोध की वजह से कम रूसी संवर्धित यूरेनियम की आपूर्ति को बैन कर दिया था. 

रिपोर्ट के अनुसार, इस कानून को 30 अप्रैल को सीनेट से पारित कर दिया गया था. इसके बाद इसे अमेरिकी राष्ट्रपति हाउस व्हाइट हाउस भेजा गया था. यह कानून प्रेसिडेंट के सिग्नेचर के 90 दिनों के बाद लागू होगा.मीडिया रिपोर्ट  के अनुसार, बाइडन सरकार के इस फैसले पर अमेरिका के परमाणु ईंधन से जुड़े सहभागी और बाजार से जुड़े लोगों ने चिंता जताई है.

अमेरिकी उद्योगों पर भी संकट!

रूस अमेरिका को 20 फीसदी से अधिक वस्तुओं की सप्लाई करता है. सीनेट से पारित विधेयक में प्रावधान किया गया है कि यह 2027 तक छूट देने की अनुमति देता है. हालांकि, अमेरिका की ओर से इस विवरण का पूरी तरह से खुलासा नहीं किया गया है. रूस का यूरेनियम आयात करने वाली वॉशिंगटन की सबसे बड़ी कंपनी सेंट्रस एनर्जी ने कहा था कि वह छूट के लिए सबसे पहले आवेदन करने का विचार कर रही है. यह न हमारे लिए जरूरी है बल्कि अमेरिका के उद्योग धंधों के लिए भी बड़ा जरूरी है.