भारत को मिलने वाले हैं खतरनाक फाइट्स जेट्स? लॉकहीड मार्टिन के CEO ने दिया बड़ा ऑफर

Lockheed Martin CEO Meets PM Modi: अमेरिका की दिग्गज रक्षा कंपनी लॉकहीड मार्टिन के सीईओ ने बीते दिनों भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है. इस दौरान उन्होंने कई हथियार भारत में निर्माण किये जाने की भी पेशकश की है. पीएम मोदी ने कंपनी के मेक इन इंडिया, मेक फॉर वर्ल्ड की प्रतिबद्धता को भी सराहा है.

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Lockheed Martin CEO Meets PM Modi: भारत अपनी सैन्य क्षमताओं में लगातार विस्तार कर रहा है . पीएम मोदी का रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने पर ज्यादा जोर है. इस दौरान  रक्षा क्षेत्र की दिग्गज कंपनी लॉकहीड मार्टिन के सीईओ जेम्स डी टैकलेट ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है. इस मुलाकात में पीएम मोदी ने मेक इन इंडिया, मेक फॉर वर्ल्ड को लेकर कंपनी की आकांक्षाओं की भी सराहना की है. रिपोर्ट के अनुसार, इस दौरान कंपनी के प्रमुख ने एफ-21 फाइटर जेट्स, सिकोरस्की नेवल यूटिलिटी हेलीकॉप्टर भारत में बनाने की पेशकश की है. लॉकहीड ने इसके अलावा एंटी -आर्मर हथियार जैवलिन का भी ऑफर दिया है. 

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, भारत ने अभी तक इसको लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. भारत अभी भी 114 मीडियम रोल फाइटर एयरक्राफ्ट( MRFA) के टेंडर के लिए कंपनी को खोज रही है.

इस रेस में फ्रांस की रॉफेल निर्माता कंपनी डसॉल्ट एविएशन भी शामिल है. फ्रांसीसी कंपनी इस प्रोजेक्ट के दावेदारों में से एक है लेकिन वह लड़ाकू विमान रॉफेल की तकनीक को साझा करने से इंकार कर रहा है. भारत का जोर तकनीक के हस्तातंरण के साथ विमानों की मेक इन इंडिया पहल पर है. एमआरएफए सौदे पर आगे कोई कार्रवाई नहीं हुई है.

दो मोर्चों पर लड़ाई की क्षमता 

रिपोर्ट के अनुसार, स्वदेशी फाइटर जेट एलसीए तेजस एमके 1 में देरी से वायुसेना के आधुनिकीकरण अभियान पटरी से उतर सकता है. भारत के पास 42 फाइटर जेट स्क्वाड्रन होने चाहिए जो अब 31 बचे हैं. जानकारों के मुताबिक, चीनी आक्रामकता को देखते हुए ठीक स्थिति नहीं है. भारत को हमेशा दो मोर्चों पर लड़ाई लड़ने की क्षमता बनाए रखने की सलाह दी जाती है. 

टाटा समूह के साथ साझेदारी 

लॉकहीड मार्टिन ने एफ-21 के निर्माण के लिए भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL) के साथ एक एग्रीमेंट किया है. लॉकहीड मार्टिन इंडियन एयरफोर्स की जरूरतों को पूरा करने और आत्मनिर्भर अभियान को देखते हुए भारत में एक प्लांट लगाने को भी तैयार है. कंपनी ने इसके लिए टाटा समूह के साथ पार्टनरशिप की है.