भारत ने गुरुवार को कहा कि अमेरिकी उपराष्ट्रपति जे.डी. वेंस की आगामी यात्रा भारत-अमेरिका द्विपक्षीय संबंधों को "नया बल" प्रदान करेगी. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बताया कि इस यात्रा के दौरान सभी "प्रासंगिक मुद्दों" पर चर्चा होगी. वेंस 21 अप्रैल से शुरू होने वाली चार दिवसीय यात्रा पर भारत आएंगे, जिसमें वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते को जल्द अंतिम रूप देने पर केंद्रित वार्ता करेंगे.
द्विपक्षीय संबंध होंगे मजबूत
व्यापार और टैरिफ पर चर्चा
वैश्विक स्तर पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की टैरिफ नीति से उत्पन्न चिंताओं के बीच वेंस की यात्रा हो रही है. दोनों पक्ष व्यापार समझौते को मजबूत करने, टैरिफ, बाजार पहुंच और आपूर्ति श्रृंखला से जुड़े मुद्दों पर विचार-विमर्श करेंगे. जायसवाल ने संकेत दिया कि व्यापार और टैरिफ से संबंधित मुद्दे वार्ता का हिस्सा होंगे.
यात्रा का कार्यक्रम
सोमवार को नई दिल्ली पहुंचने पर वेंस और उनका परिवार लाल किला देखने जाएगा. दोपहर में वे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, विदेश मंत्री एस. जयशंकर और भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा से मुलाकात करेंगे. शाम को मोदी वेंस और उनके परिवार के साथ बातचीत करेंगे और औपचारिक रात्रिभोज की मेजबानी करेंगे. 22 अप्रैल को वेंस जयपुर जाएंगे, जहां वे प्रमुख पर्यटक स्थलों का दौरा करेंगे. अगले दिन वे आगरा में ताजमहल देखने जाएंगे.
वैश्विक संदर्भ
वेंस की यात्रा ट्रम्प की टैरिफ नीति के कारण वैश्विक व्यापार में आए व्यवधानों और आर्थिक मंदी की आशंकाओं के बीच हो रही है. हाल ही में ट्रम्प ने चीन को छोड़कर सभी देशों पर 90 दिनों के लिए टैरिफ रोकने की घोषणा की थी. यह यात्रा अमेरिकी राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड की भारत यात्रा के कुछ सप्ताह बाद हो रही है.