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India Daily

क्या ग्रीनलैंड पर है अमेरिका की नजर? उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के दौरे को लेकर राजनीतिक गलियारे में हलचल तेज

अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस अपनी पत्नी उषा वेंस के साथ ग्रीनलैंड के लिए रवाना हो गए हैं. इस यात्रा के दौरान वेंस ग्रीनलैंड के उत्तर-पश्चिमी तट पर स्थित पिटुफिक स्पेस बेस का दौरा करेंगे. इस यात्रा को राजनीतिक दृष्टि से काफी अहम माना जा रहा है. 

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Edited By: Garima Singh
 JD Vance leaves for Greenland
Courtesy: x

JD Vance in Greenland: अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस अपनी पत्नी उषा वेंस के साथ ग्रीनलैंड के लिए रवाना हो गए हैं. इस यात्रा के दौरान वेंस ग्रीनलैंड के उत्तर-पश्चिमी तट पर स्थित पिटुफिक स्पेस बेस का दौरा करेंगे. इस यात्रा को राजनीतिक दृष्टि से काफी अहम माना जा रहा है. 

गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पहले भी ग्रीनलैंड को अमेरिका का हिस्सा बनाने की इच्छा जाहिर कर चुके हैं. हालांकि, ग्रीनलैंड डेनमार्क का एक स्वायत्त क्षेत्र है और दुनिया का सबसे बड़ा द्वीप माना जाता है. अमेरिका के इस रुख को लेकर ग्रीनलैंड में राजनीतिक अस्थिरता की स्थिति बन गई है. 

ग्रीनलैंड में राजनीतिक दलों का गठबंधन

वेंस के इस दौरे से पहले ग्रीनलैंड की राजनीति में हलचल मच गई है.  वहां की डेमोक्रेट्स पार्टी और तीन अन्य दलों ने मिलकर एक नया गठबंधन बना लिया है. इस गठबंधन का उद्देश्य अमेरिका की ग्रीनलैंड पर बढ़ती दिलचस्पी का विरोध करना बताया जा रहा है.

डेमोक्रेट्स पार्टी के नेता जेन्स फ्रेडरिक नीलसन ने इस गठबंधन में शामिल सभी दलों से आपसी मतभेद भुलाने और ट्रंप की नीतियों के खिलाफ एकजुट होने की अपील की है. 

अमेरिका-ग्रीनलैंड संबंधों में नया मोड़?

वेंस की इस यात्रा को अमेरिका और ग्रीनलैंड के संबंधों में एक नए मोड़ के रूप में देखा जा रहा है. इस दौरे के दौरान अमेरिकी प्रशासन ग्रीनलैंड में अपनी सैन्य और राजनीतिक पकड़ मजबूत करने की दिशा में काम कर सकताहै. 

ग्रीनलैंड में अमेरिका की बढ़ती रुचि 

ग्रीनलैंड में अमेरिका की बढ़ती रुचि और वेंस के दौरे को लेकर वहां राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि वेंस की यह यात्रा ग्रीनलैंड-अमेरिका संबंधों पर क्या प्रभाव डालती है.