US TRUMP PROTEST: वाशिंगटन डीसी में डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ हजारों महिला प्रदर्शनकारियों का विरोध मार्च
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण से दो दिन पहले शनिवार को हजारों महिला प्रदर्शनकारियों ने वाशिंगटन डीसी की सड़कों पर विरोध मार्च निकाला. प्रदर्शनकारियों ने लिंकन मेमोरियल तक मार्च किया.
US TRUMP PROTEST: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण से दो दिन पहले शनिवार को हजारों महिला प्रदर्शनकारियों ने वाशिंगटन डीसी की सड़कों पर विरोध मार्च निकाला. प्रदर्शनकारियों ने लिंकन मेमोरियल तक मार्च किया और इसके पहले तीन पार्कों में एकत्र हो गए. यह विरोध प्रदर्शन 'पीपुल्स मार्च' द्वारा आयोजित किया गया था, जो 2017 से हर साल इस प्रकार के विरोध प्रदर्शन आयोजित करता आ रहा है.
'ट्रंपवाद' के खिलाफ सामूहिक विरोध
पीपुल्स मार्च की वेबसाइट के अनुसार, इस प्रदर्शन का उद्देश्य 'ट्रंपवाद' का मुकाबला करना था. समूह ने राष्ट्रपति ट्रंप के खिलाफ और उनके करीबी समर्थकों, जिनमें टेस्ला के मालिक एलन मस्क भी शामिल हैं, के खिलाफ नारेबाजी की. प्रदर्शनकारियों ने ट्रंप के खिलाफ पोस्टर और बैनर दिखाए और उनके प्रशासन की नीतियों और मूल्यों की कड़ी निंदा की. इसी तरह के विरोध प्रदर्शन न्यूयॉर्क, सिएटल और शिकागो जैसे अन्य शहरों में भी हुए.
समूहों का गठबंधन और उद्देश्य
विरोध मार्च में शामिल होने वाले समूहों में 'अबॉर्शन एक्शन नाउ', 'विमेंस मार्च', 'पॉपुलर डेमोक्रेसी इन एक्शन', 'नेशनल विमेंस लॉ सेंटर एक्शन फंड', 'सिएरा क्लब' और 'फेमिनिस्ट फ्रंट' जैसे संगठन शामिल थे. इन समूहों का मुख्य उद्देश्य यह था कि वे दिखा सकें कि वे फासीवाद के सामने झुकने के लिए तैयार नहीं हैं. 'पीपुल्स मार्च' के आयोजकों ने कहा कि सामूहिक विरोध का यह तरीका हमारे समुदायों को यह संदेश देने का सबसे प्रभावी तरीका है कि हम उनकी नीतियों से सहमत नहीं हैं और हम इसका विरोध करते हैं.
ट्रंप के खिलाफ महिलाओं का आंदोलन जारी
यह विरोध प्रदर्शन उसी प्रकार का था, जैसा कि जनवरी 2017 में ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के समय हुआ था. उस वक्त भी महिला प्रदर्शनकारियों ने बड़ी संख्या में सड़कों पर उतरकर ट्रंप के खिलाफ विरोध दर्ज किया था. महिला मार्च इस आंदोलन की रसद का संचालन कर रहा था, जो हर साल इस समय आयोजित किया जाता है और महिलाओं के अधिकारों और ट्रंप के प्रशासन के खिलाफ आवाज उठाता है.
यह विरोध मार्च एक बार फिर से यह दिखाता है कि अमेरिका में ट्रंप की नीतियों के खिलाफ महिला समुदाय का गुस्सा जारी है. इस आंदोलन में महिलाओं ने अपने अधिकारों के लिए संघर्ष जारी रखने का संकल्प लिया है, और यह प्रदर्शित किया है कि वे किसी भी सूरत में अपनी आवाज को दबने नहीं देंगे