US Tariff: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शुक्रवार को स्पष्ट किया कि वे मैक्सिको, कनाडा और चीन से आने वाले आयातों पर भारी टैरिफ लगाने के अपने निर्णय पर अडिग हैं. प्रभावित देशों के विरोध और संभावित व्यापार युद्ध की आशंकाओं के बावजूद, ट्रम्प ने कहा कि ये टैरिफ तय समय पर लागू होंगे.
1 फरवरी से प्रभावी होने वाले इन शुल्कों में मैक्सिको और कनाडा से आयातित वस्तुओं पर 25% और चीन से आने वाले सामानों पर 10% शुल्क शामिल है. ट्रम्प ने स्पष्ट किया कि जब तक मैक्सिको और कनाडा प्रवास और फेंटानाइल तस्करी को रोकने के लिए ठोस कदम नहीं उठाते, तब तक ये शुल्क जारी रहेंगे.
टैरिफ पर पुनर्विचार करने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर ट्रम्प ने साफ इंकार कर दिया. व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने भी पुष्टि की कि 1 फरवरी की समयसीमा यथावत बनी रहेगी. उन्होंने कहा कि नीतियों के विस्तृत विवरण अगले 24 घंटों के भीतर सार्वजनिक किए जाएंगे, लेकिन यह स्पष्ट नहीं किया कि क्या तेल आयात पर कोई अतिरिक्त छूट दी जाएगी.
अमेरिका द्वारा टैरिफ लागू करने की योजना के जवाब में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कड़ा रुख अपनाने की घोषणा की. उन्होंने कहा कि अगर अमेरिका ये शुल्क लागू करता है, तो कनाडा "दृढ़ और तत्काल" प्रतिक्रिया देगा. ट्रूडो ने एक बैठक के बाद कहा, "हम इन टैरिफ को रोकने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं, लेकिन यदि अमेरिका आगे बढ़ता है, तो कनाडा पूरी तरह से तैयार है."
ट्रम्प ने संकेत दिया कि आने वाले हफ्तों में यूरोपीय वस्तुओं, स्टील, एल्यूमीनियम, तांबा, दवाओं और सेमीकंडक्टर्स पर भी अतिरिक्त टैरिफ लगाए जा सकते हैं. उन्होंने कहा, "अंततः हम चिप्स, तेल और गैस पर भी टैरिफ लगाएंगे. यह बहुत जल्द होगा." ट्रम्प ने यह भी कहा कि वे अमेरिकी फार्मा उद्योग को पुनर्जीवित करने के लिए दवाओं पर टैरिफ लगाने की योजना बना रहे हैं.