अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की पर कड़ी टिप्पणी की है. ट्रंप का कहना है कि अब समय आ गया है कि यूक्रेन चुनाव कराए और यह पता लगाया जाए कि अमेरिका द्वारा दिया गया पैसा कहां गया.
ट्रंप ने कहा, "यह कहना बहुत अच्छा होता कि हम चुनाव नहीं कर सकते, लेकिन अब चुनाव का समय है, और अब यह भी जानने का समय है कि उस सारे पैसे का क्या हुआ. क्योंकि उन्होंने (जेलेंस्की) यह बयान दिया था कि आधा पैसा उसे नहीं पता कहां गया, या ऐसा कुछ कहा था," ट्रंप ने जेलेंस्की के हालिया बयान का जिक्र करते हुए यह टिप्पणी की.
JUST IN: 🇺🇸🇺🇦 US President Trump says it's time for elections in Ukraine and it's time to find out what happened with all the money.
— BRICS News (@BRICSinfo) February 20, 2025
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हम रूस के साथ बहुत अच्छा कर सकते हैं
उन्होंने आगे कहा, "हम रूस के साथ बहुत अच्छा कर रहे हैं. हम रूस के साथ एक समझौता कर सकते हैं, जो वह नहीं कर पाए. हम रूस के साथ ऐसा कुछ कर सकते हैं जिससे लाखों लोगों की मौत रुक सकती है."
यूक्रेन में नहीं हो पा रहा राष्ट्रपति चुनाव
यूक्रेन में चुनाव अप्रैल 2024 में होने थे, जब जेलेंस्की का पांच साल का राष्ट्रपति पद कार्यकाल समाप्त होता, लेकिन वर्तमान में रूस के पूर्वी यूक्रेन पर लगभग तीन साल से कब्जे के कारण देश में मार्शल लॉ लागू है. रूस ने 2014 से क्रीमिया प्रायद्वीप पर भी कब्जा किया हुआ है.
ट्रंप की टिप्पणी के बाद, अमेरिकी और रूसी अधिकारियों के बीच सऊदी अरब में उच्चस्तरीय वार्ता हुई, जो फरवरी 2022 में रूस द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण करने के बाद से पहली बार थी. इन वार्ताओं के बाद दोनों देशों ने युद्ध समाप्त करने और द्विपक्षीय संबंधों को बेहतर बनाने के लिए अतिरिक्त चर्चा आयोजित करने पर सहमति जताई.
जेलेंस्की की प्रतिक्रिया और ट्रंप का पलटवार
जेलेंस्की ने इस बात पर नाराजगी जताई कि उन्हें इन वार्ताओं में शामिल नहीं किया गया और ट्रंप के इस दावे पर भी कड़ी प्रतिक्रिया दी कि यह यूक्रेन था, न कि रूस, जिसने युद्ध की शुरुआत की. उन्होंने कहा, "हमने यह गलत सूचना देखी है, और हम समझते हैं कि यह रूस से आ रही है. हमारे पास इस बात के सबूत हैं कि ये आंकड़े अमेरिकी और रूसी प्रतिनिधियों के बीच चर्चा का हिस्सा हैं. दुर्भाग्य से, ट्रंप इस गलत सूचना के दायरे में फंस गए हैं."
इसके जवाब में ट्रंप ने जेलेंस्की को "चुनाव के बिना तानाशाह" करार दिया. ट्रंप ने यह भी कहा कि उन्हें विश्वास है कि रूस युद्ध समाप्त करने की इच्छा रखता है और वे इसे खत्म करने के लिए गंभीर हैं.
अमेरिकी सहायता और विवाद
ट्रंप का यह भी कहना था कि जेलेंस्की ने अमेरिकी सहायता के संबंध में जो बयान दिए थे, उन्हें लेकर वह अचंभित हैं हैं. जेलेंस्की ने एक साक्षात्कार में कहा था, "जब मैं सुनता हूं और मैंने पहले भी सुना था कि अमेरिका ने यूक्रेन को सैकड़ों अरब डॉलर दिए हैं, तो मैं बताना चाहता हूं कि हमें केवल 75 अरब डॉलर मिले हैं, बाकी का पैसा कहां गया?" उनका यह बयान उस समय चर्चा का विषय बना था.
अमेरिकी कांग्रेस ने यूक्रेन के युद्ध प्रयासों के लिए लगभग 175 अरब डॉलर की सहायता आवंटित की थी, जिसमें से अधिकांश राशि घरेलू खर्चों और अन्य क्षेत्रों में उपयोग की गई. हालांकि, यूक्रेन को सीधे तौर पर लगभग 106 अरब डॉलर ही प्राप्त हुआ था.
भविष्य में सैन्य सहयोग का प्रस्ताव
ट्रंप ने यह भी कहा कि वह एक महत्वपूर्ण खनिज समझौते को फिर से लागू कर सकते हैं, जिसमें यूक्रेन को अमेरिकी सैन्य सहायता के बदले अपनी दुर्लभ खनिज संपत्ति में सौंपनी थी. उन्होंने कहा, "वे इस पर सहमत हो गए थे, लेकिन जब स्कॉट बेसेंट वहां गए, तो उन्हें बुरा व्यवहार मिला. उन्हें वहां एक दस्तावेज पर हस्ताक्षर करने के लिए भेजा गया था, लेकिन वे दस्तावेज पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर गए."