अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस हफ्ते पृथ्वी पर लौटे अंतरिक्ष यात्रियों सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर का ओवरटाइम वेतन अपनी "खुद की जेब" से देने का प्रस्ताव रखा है. यह प्रस्ताव तब आया जब दोनों अंतरिक्ष यात्री पिछले साल जून में एक सप्ताह के मिशन के बाद तकनीकी खराबी के कारण अतिरिक्त 9 महीने तक अंतरिक्ष में रहे थे. जो उन्हें अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) तक ले गया था.
अंतरिक्ष में अतिरिक्त समय का खर्च कौन उठाएगा?
अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को उनके मिशन के बाद बोइंग के स्पेसक्राफ्ट में तकनीकी गड़बड़ी के कारण 278 अतिरिक्त दिन अंतरिक्ष में बिताने पड़े. जब व्हाइट हाउस में एक पत्रकार ने ट्रंप से पूछा कि क्या इन अंतरिक्ष यात्रियों को अतिरिक्त वेतन मिलेगा, तो ट्रंप ने कहा, "किसी ने भी मुझसे इस बारे में नहीं पूछा. अगर मुझे करना पड़ा, तो मैं इसे अपनी जेब से दूंगा.
नासा के नियम और उनकी क्या हैं सीमाएं!
नासा के अनुसार, इन अंतरिक्ष यात्रियों को अतिरिक्त समय के लिए कोई अतिरिक्त वेतन नहीं मिलेगा. नासा के अंतरिक्ष यात्री अमेरिकी संघीय कर्मचारी होते हैं और वे अंतरिक्ष में कितना भी समय बिताएं, उनकी वेतन में कोई बदलाव नहीं होता.
हालांकि, नासा उनके परिवहन, भोजन और आवास की व्यवस्था करता है, और उन्हें रोज़ाना 5 डॉलर (लगभग 430 रुपये) का अलाउंस मिलता है. ऐसे में सुनीता विलियम्स और विल्मोर को केवल 1,430 डॉलर (करीब 1,22,980 रुपये) का अतिरिक्त भुगतान मिलेगा, जिसे ट्रंप ने उचित नहीं माना और कहा, "क्या यही सब है? जो कुछ उन्होंने सहा, उसके लिए यह बहुत कम है.
ट्रंप ने एलन मस्क की जमकर की तारीफ
रिपब्लिकन राष्ट्रपति ने फिर से अपने "लागत-कटौती" में मदद करने वाले तकनीकी उद्यमी एलन मस्क की सराहना की, जिन्होंने इन फंसे हुए अंतरिक्ष यात्रियों को वापस लाने में मदद की. ट्रंप ने कहा, "अगर एलन नहीं होते, तो वे वहां बहुत लंबा समय बिता सकते थे. और कौन उन्हें वहां से निकालता?"
अंतरिक्ष यात्रा की मुश्किलें
बीते 19 मार्च को, अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर मस्क द्वारा स्वामित्व वाले स्पेसएक्स के ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट में सवार होकर पृथ्वी पर लौटे. ट्रंप और मस्क दोनों ने जो बाइडन प्रशासन पर आरोप लगाया कि उसने इन अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में अकेला छोड़ दिया था.