अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार (4 अप्रैल) को यमन में हूती लड़ाकों पर अमेरिका के घातक हवाई हमले का वीडियो फुटेज शेयर किया है. साथ ही ट्रंप ने कसम खाई कि ईरान समर्थित समूह "हमारे जहाजों को फिर कभी नहीं डुबोएगा".ड्रोन फुटेज से मिलते-जुलते इस ब्लैक एंड व्हाइट एरियल क्लिप में दिख रहा है कि एक बड़े विस्फोट से पहले दर्जनों लोग इकट्ठा हुए थे और इलाके में गड्ढा हो गया और लाशें बिखर गईं.
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, "ये हूती हमले के निर्देश के लिए एकत्र हुए थे. उफ़, ये हूती हमला नहीं करेंगे!" "वे हमारे जहाज़ों को फिर कभी नहीं डुबोएँगे!" बता दें कि, ये हमला 15 मार्च से यमन में हूती-नियंत्रित क्षेत्रों को निशाना बनाकर किए जाने वाले दैनिक अमेरिकी हवाई हमलों की श्रृंखला का हिस्सा है.
These Houthis gathered for instructions on an attack. Oops, there will be no attack by these Houthis!
They will never sink our ships again! pic.twitter.com/lEzfyDgWP5
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) April 4, 2025
हूती हमलों को ट्रंप का कड़ा जवाब
डोनाल्ड ट्रंप के मुताबिक, हूतियों ने नवम्बर 2023 से जनवरी 2025 तक 100 से अधिक हमले किए थे, जिसमें व्यापारी जहाजों पर मिसाइल और ड्रोन से हमला किया गया था. इस दौरान दो जहाज डूब गए थे और चार नाविक मारे गए थे.
हूतियों पर लगातार हमले जारी
राष्ट्रपति ट्रंप ने सोमवार को एक पोस्ट में दावा किया कि हूतियों को "पिछले दो हफ़्तों में लगातार हमलों से तबाह कर दिया गया है". उन्होंने आगे कहा, "उनके कई लड़ाके और नेता अब हमारे साथ नहीं हैं. हम उन पर हर दिन और रात हमला करते हैं - और भी ज़्यादा. शिपिंग और क्षेत्र के लिए ख़तरा पैदा करने वाली उनकी क्षमताएं तेजी से नष्ट हो रही हैं.
उन्होंने आगे कहा, "हमारे हमले तब तक जारी रहेंगे जब तक कि वे नौवहन की स्वतंत्रता के लिए खतरा नहीं बन जाते. हूतियों के लिए विकल्प साफ है: अमेरिकी जहाजों पर गोलीबारी बंद करो, और हम तुम पर गोलीबारी बंद कर देंगे. अन्यथा, हमने अभी तो शुरुआत ही की है, और हूतियों और ईरान में उनके प्रायोजकों दोनों के लिए असली दर्द अभी आना बाकी है.
हूती हमले से वैश्विक व्यापार पर क्या पड़ेगा असर
अमेरिकी प्रशासन ने हूति हमलों के बढ़ने का कारण गाजा युद्ध के बाद इजरायल और अमेरिकी जहाजों के खिलाफ हूती की नई धमकियों को बताया है. हूती नेताओं ने पश्चिमी जहाजों पर हमले को गाजा युद्ध का जवाब बताते हुए इसे इजरायल पर दबाव बनाने का तरीका बताया है. इधर, ट्रंप ने कहा कि हूती का अभियान "दस्यत्व, हिंसा और आतंकवाद" के कारण लाल सागर और अदन की खाड़ी में वैश्विक व्यापार को बाधित कर रहा है, जो कि ऊर्जा और माल ढुलाई के प्रमुख मार्ग हैं.
नए प्रतिबंध और सैन्य योजना के लीक होने की घटना
अमेरिकी विदेश विभाग ने हूती के वित्तीय नेटवर्क से जुड़े व्यक्तियों और कंपनियों पर नए प्रतिबंध लगाए हैं. यह कदम उस समय उठाया गया जब हूतियों ने मार्च के पहले सप्ताह में अमेरिकी रीपर ड्रोन को मार गिराया था. साथ ही, एक संचार गड़बड़ी के कारण, अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक वाल्ट्ज ने गलती से पत्रकार जेफ्री गोल्डबर्ग को एक सिग्नल चैट में जोड़ दिया, जिसमें वरिष्ठ अधिकारी यमन में होने वाले हमलों की योजना पर चर्चा कर रहे थे.
हूती हमलों पर क्या बोले एक्सपर्ट?
सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि हूती हमलों का तरीका टारगेट है, और वे चीन और सऊदी अरब जैसे देशों के जहाजों को नहीं निशाना बना रहे हैं, जिससे यह संकेत मिलता है कि यह हमले अनियंत्रित नहीं हैं.
ईरान का समर्थन और हूती विद्रोही
यमन के जैदी शिया अल्पसंख्यक हूती को सालों से ईरान का समर्थन प्राप्त है. हालांकि तेहरान आधिकारिक तौर पर विद्रोहियों को हथियार देने से इनकार करता है, लेकिन कई बार जब्त किए गए हथियारों और जांचों से हूती हथियारों का ईरान से संबंध साबित हुआ है.