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ट्रंप ने ग्रीस में अमेरिका का सैन्य अड्डा कर दिया बंद, जानें इसके पीछे की रणनीति?

एलेक्ज़ेंड्रोपोली में अमेरिकी सैन्य अड्डे को बंद करने का निर्णय एक महत्वपूर्ण राजनीतिक कदम है, जो ग्रीस, तुर्की और रूस के बीच समीकरणों को प्रभावित कर सकता है. इस फैसले के बाद क्षेत्रीय सुरक्षा और सामरिक हितों पर नए दृष्टिकोण विकसित हो सकते हैं.

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Edited By: Mayank Tiwari
 अमेरिकी सैन्य अड्डे को बंद करने का निर्णय
Courtesy: Social Media

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जब से राष्ट्रपति चुने गए हैं. तब से लगातार बड़े फैसले ले रहे हैं. इस बीच ग्रीस के समाचार पत्र डिमोक्राटिया के मुताबिक, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ग्रीस के एलेक्ज़ेंड्रोपोली स्थित अमेरिकी सैन्य अड्डे को बंद करने का आदेश दिया है. हालांकि, इस रिपोर्ट की ग्रीक रक्षा अधिकारियों से अभी तक पुष्टि नहीं हुई है.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप प्रशासन का यह कदम अमेरिकी सैन्य रणनीति में बदलाव की ओर इशारा कर सकता है, खासकर रूस के खिलाफ अमेरिका के दृष्टिकोण में नजरिए को देखते हुए.

एलेक्ज़ेंड्रोपोली बेस और तुर्की की चिंताएं

एलेक्ज़ेंड्रोपोली में अमेरिकी सैन्य अड्डा अमेरिका और तुर्की के बीच तनाव का प्रमुख कारण रहा है. ऐसे में तुर्की के अधिकारियों ने कई बार आश्वस्त किया है कि इस क्षेत्र में अमेरिकी सेना की तैनाती तुर्की के खिलाफ नहीं है. तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोआन ने 2021 में कहा था, "पूरे ग्रीस को एक अमेरिकी सैन्य अड्डे में बदल दिया गया है," यह बयान उन्होंने ग्रीस के एलेक्ज़ेंड्रोपोली (डेदीआगैक) में स्थित अमेरिकी सैन्य प्रतिष्ठानों के संदर्भ में दिया था.

एलेक्ज़ेंड्रोपोली: ग्रीस का एक महत्वपूर्ण बंदरगाह

एलेक्ज़ेंड्रोपोली ग्रीस का एक महत्वपूर्ण बंदरगाह है, जो एजियन सागर के किनारे स्थित है और तुर्की की सीमा के पास है. यह क्षेत्र ग्रीस के उत्तर-पूर्वी छोर पर स्थित है. ट्रंप का यह निर्णय, जो अमेरिकी सैन्य उपस्थिति को एलेक्ज़ेंड्रोपोली से हटाने का है, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोआन के संयुक्त अनुरोध पर लिया गया है, ऐसा ग्रीक मीडिया द्वारा बताया जा रहा है.

एलेक्ज़ेंड्रोपोली सैन्य अड्डा: NATO के लिए महत्वपूर्ण लॉजिस्टिक हब

एलेक्ज़ेंड्रोपोली का सैन्य अड्डा विशेष रूप से दक्षिण-पूर्वी यूरोप में यूएस और NATO की संचालन गतिविधियों के लिए एक महत्वपूर्ण लॉजिस्टिक हब रहा है. इसकी उपस्थिति लगातार विवादों का विषय रही है, खासकर तुर्की के लिए, जिसने इस क्षेत्र में अमेरिकी सैन्य गतिविधियों का लगातार विरोध किया है.