ट्रंप के फैसले से 'ट्रेड वॉर' हुई खतरनाक, स्टील और एल्यूमिनियम पर 25% टैरिफ लगाने से भड़के दुनिया भर के देश

चीन, जो पहले ही वाशिंगटन के साथ व्यापारिक विवाद में उलझा हुआ है, उसने टैरिफ के खिलाफ अपना विरोध फिर से व्यक्त किया है. चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गुओ जियाकुन ने सोमवार को कहा, "व्यापार युद्ध और टैरिफ युद्ध में कोई विजेता नहीं होता है.

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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार (10 फरवरी) से स्टील और एल्युमिनियम आयात पर 25% टैरिफ लगाने की घोषणा की, जिससे यूरोपीय संघ, चीन और अन्य प्रमुख व्यापारिक साझेदारों से तीव्र प्रतिक्रिया मिली है. यह कदम ट्रंप की पिछली अध्यक्षता के दौरान उठाए गए संरक्षणवादी उपायों की तरह प्रतीत हो रहा है, जिसका उद्देश्य अमेरिकी उद्योगों को विदेशी कंप्टीशन से बचाना है, जिसे वह "अन्यायपूर्ण" मानते हैं.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, एयर फोर्स वन पर रविवार को बोलते हुए, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पुष्टि की कि यह टैरिफ "संयुक्त राज्य में आने वाले किसी भी स्टील" पर लागू होंगे, साथ ही एल्युमिनियम आयात भी प्रभावित होंगे. ट्रंप ने इसे अमेरिकी उद्योगों को विदेशी कंप्टीशन से बचाने का कदम बताया.

यूरोप, कनाडा और चीन का विरोध 

यूरोपीय आयोग ने सोमवार को कहा कि उन्हें अभी तक इस फैसले की औपचारिक सूचना नहीं मिली है, लेकिन फ्रांसीसी विदेश मंत्री जीन-नोएल बैरोट ने चेतावनी दी कि यूरोपीय संघ इसका प्रतिकार करेगा और समान टैरिफ लगाएगा. बैरोट ने TF1 ब्रॉडकास्टर से कहा, "हमारे हितों की रक्षा के मामले में कोई हिचक नहीं है. यूरोपीय आयोग ने इस रुख को मजबूत किया, यह आश्वासन देते हुए कि वे "यूरोपीय व्यवसायों, श्रमिकों और उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा के लिए प्रतिक्रिया देंगे.

कनाडा स्टील और एल्युमिनियम का सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता

कनाडा, जो अमेरिका को स्टील और एल्युमिनियम का सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता है, उसमें भी इस फैसले से प्रभावित हो सकता है. ऐसे में ब्राजील, मेक्सिको और दक्षिण कोरिया जैसे प्रमुख स्टील निर्यातक देशों को भी असर पड़ने की संभावना है.

चीन, जो पहले ही वाशिंगटन के साथ व्यापारिक विवाद में उलझा हुआ है, उसने टैरिफ के खिलाफ अपना विरोध फिर से व्यक्त किया है. चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गुओ जियाकुन ने सोमवार को कहा, "व्यापार युद्ध और टैरिफ युद्ध में कोई विजेता नहीं होता है. बीजिंग ने 14 अरब डॉलर के अमेरिकी सामान पर प्रतिकारात्मक टैरिफ लगाने की योजना बनाई है, जिसमें कोयला और तरलीकृत प्राकृतिक गैस शामिल हैं.

ट्रंप की रणनीति: पारस्परिक टैरिफ और आर्थिक दबाव

ट्रंप ने यह भी वादा किया कि वह उन देशों पर "पारस्परिक टैरिफ" लगाएंगे जो अमेरिकी सामान पर अधिक कर लगाते हैं, और इसके विवरण मंगलवार या बुधवार को सामने आएंगे. उन्होंने पहले भी टैरिफ का उपयोग कूटनीतिक बातचीत में दबाव बनाने के लिए किया था, जैसे कि कनाडा और मेक्सिको के खिलाफ टैरिफ को निलंबित करना शामिल है.

यूरोप के बजाय चीन को करे टारगेट

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने CNN से बातचीत में ट्रंप से अपील की कि वे यूरोप की बजाय चीन को लक्ष्य बनाएं, यह चेतावनी देते हुए कि टैरिफ से "अमेरिका में लागतें बढ़ेंगी और महंगाई पैदा होगी।"

वैश्विक व्यापार युद्ध की आशंका!

ट्रंप के टैरिफ की धमकी स्टील और एल्युमिनियम तक ही सीमित नहीं है. उन्होंने हाल ही में कोलंबिया के खिलाफ व्यापारिक उपायों की चेतावनी दी थी, जब कोलंबियाई सरकार ने अमेरिकी निर्वासन उड़ानों को अनुमति देने से इनकार कर दिया था. इसके बाद कोलंबिया ने पीछे हटने का निर्णय लिया.

जैसे-जैसे वैश्विक बाजार आर्थिक परिणामों के लिए तैयार हो रहे हैं, सवाल यह उठता है कि क्या ट्रंप की आक्रामक टैरिफ रणनीति अमेरिकी उद्योगों को मजबूत करेगी, या फिर यह एक पूर्ण व्यापार युद्ध को जन्म देगी?