'ट्रंप ने अपने दोस्त मोदी का सिरदर्द...' अवैध प्रवासियों को वापस भेजे जाने पर US मीडिया का बयान
अमेरिका के प्रतिष्ठित मीडिया हाउस ने लिखा कि "भारतीय प्रवासियों के डिपोर्टेशन से ट्रंप के मित्र मोदी का सिरदर्द बढ़ गया है." इसमें लिखा गया कि भारत की संसद में इसको लेकर हंगामा हुआ कि भारतीयों को इस तरह से क्यों वापस लाया गया है.
संयुक्त राज्य अमेरिका में रह रहे भारत के प्रवासियों के खिलाफ अमेरिकी सरकार ने कड़ा रूख अपनाया है. बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप ने इस बार के राष्ट्रपति चुनाव में अवैध रूप से रह रहे लोगों को बाहर करने की बात जोरों-शोरों से रखी थी. ऐसे में पदभार संभालने के बाद ट्रंप ने बिल्कुल ऐसा ही किया और उन्होंने दूसरे देशों के लोगों को बाहर उनके देश वापस भेजना शुरू कर दिया.
इसी कड़ी में भारतीय भी शामिल हैं. अमेरिकी सेना के विमान ने भारत के लोगों के पहले जत्थे को वापस भारत भेज दिया है. प्रवासियों को अमेरिका ने हाथ में हथकड़ी और पैर में जंजीर बांधकर भारत वापस भेजा. इसके बाद से ही भारत में राजनीति शुरू हो गई और विपक्षी दल भारत की सरकार हमला बोल रहे हैं. इसी कड़ी में अब इस पूरे मामले पर अमेरिकी मीडिया ने भी तमाम तरह के लेख लिखे हैं.
संसद में हुआ हंगामा
भारतीयों को इस तरह से अपराधियों की तरह वापस लाने पर विपक्ष ने संसद में हंगामा कर दिया. उनका कहना था कि इस तरह से भारतीयों का अपमान किया गया है. तो वहीं इस मामले को संभालने के लिए भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर खुद सामने आए और बताया कि अमेरिका ने जो भी किया है, वो संधि के मुताबिक ही किया है. इसके अलावा जयशंकर ने बताया कि महिलाओं और बच्चों को बंधक बनाकर भारत वापस नहीं लाया गया था.
न्यूयॉर्क टाइम्स ने बताया प्रधानमंत्री मोदी के लिए सिरदर्द
अमेरिका के प्रतिष्ठित मीडिया हाउस ने लिखा कि "भारतीय प्रवासियों के डिपोर्टेशन से ट्रंप के मित्र मोदी का सिरदर्द बढ़ गया है." इसमें लिखा गया कि भारत की संसद में इसको लेकर हंगामा हुआ कि भारतीयों को इस तरह से क्यों वापस लाया गया है.
वॉशिंगटन पोस्ट ने भी प्रवासियों पर लिखा लेख
अमेरिका के एक और मीडिया हाउस ने इस मुद्दे पर लेख लिखा और उन्होंने अमेरिका में भारतीयों के अवैध रूप से एंट्री को लेकर डेटा भी जारी किया. इसमें लिखा गया कि सितंबर 2024 तक अमेरिका की सेना ने भारतीयों को कनाडा बॉर्डर से अवैध रूप से घुसपैठ करते हुए पकड़ा है. इसके अलावा मैक्सिको बॉर्डर से 25 हजार बार ऐसा करते हुए लोगों को पकड़ा गया है. यही नहीं अमेरिका ने जिन प्रवासियों को पकड़ा है, उसमें से 60 प्रतिशत तक भारतीय हैं.
एनबीसी ने भी लिखा आर्टिकल
अमेरिकी अखबार एनबीसी ने अपने पोस्ट में लिखा कि पिछले सप्ताह ही ट्रंप और मोदी की बातचीत हुई थी और इस मुद्दे को लेकर कहा गया था कि भारत इस मामले में अमेरिका का पूरी तरह से मदद करेगा. ऐसे में इसी को देखते हुए अमेरिकी सेना के विमान दुनिया के अलग-अलग देशों में वहां के लोगों को पहुंचा रहे हैं.