US launches wave of air strikes on Yemen Houthis: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आदेश के बाद अमेरिकी सेना ने यमन में हूती विद्रोही पर जमकर बमबारी की है. अलजजीरा की रिपोर्ट की मानें तो अमेरिकी की एयरस्ट्राइक में 24 लोगों की मौत हुई है. इससे पहले हूती विद्रोहियों ने इजरायल से जुड़े जहाजों को रेड सी में हमले की धमकी दी थी. इसके बाद, अमेरिका ने यमन में हूती समूह पर बमबारी की, जिसमें 24 लोग मारे गए. इस सैन्य कार्रवाई ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को चिंता में डाल दिया है, और अमेरिका ने हूती हमलों के खिलाफ कड़ा संदेश भेजने की कोशिश की है.
अमेरिका ने यमन में हूती विद्रोहियों पर हमला किया और इसके बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चेतावनी दी कि “नरक गिरने वाला है” अगर हूती रेड सी में हमले जारी रखते हैं. ट्रंप ने सोशल मीडिया पर लिखा, "मैंने अमेरिकी सैन्य बलों को हूती आतंकवादियों के खिलाफ निर्णायक और शक्तिशाली सैन्य कार्रवाई का आदेश दिया है. हूतीहमारे जहाजों, विमानों और ड्रोन पर लगातार हमले कर रहे हैं. हम इन हमलों को बर्दाश्त नहीं करेंगे."
हूती विद्रोहियों ने इजरायल से जुड़े जहाजों को फिर से निशाना बनाने की धमकी दी थी. उनका कहना था कि गाजा में इजरायल द्वारा की जा रही नाकाबंदी के विरोध में वे यह कदम उठा रहे हैं. हूती समूह, जो यमन में सक्रिय है, ने पहले यह दावा किया था कि उनका निशाना केवल उन जहाजों पर होगा जो इजरायल से जुड़े होंगे, लेकिन बाद में यह स्पष्ट हो गया कि उन्होंने कुछ ऐसे जहाजों को भी निशाना बनाया जो इजरायल से जुड़े नहीं थे.
अमेरिकी अधिकारियों ने पुष्टि की कि हूती समूह पर की गई बमबारी केवल शुरुआत थी. अमेरिकी सैन्य बलों ने यह भी बताया कि यह कार्रवाई आगामी हफ्तों तक जारी रह सकती है. अमेरिकी सेन्ट्रल कमांड ने एक वीडियो जारी किया, जिसमें एक लड़ाकू विमान को विमान वाहक से उड़ते हुए दिखाया गया.
हूती विद्रोहियों को इरान से व्यापक समर्थन प्राप्त है, और वे वर्षों से इरान से हथियार, प्रशिक्षण और आपूर्ति प्राप्त कर रहे हैं. यह संबंध यमन में राजनीतिक संकट को और भी गहरा कर देता है, और इसे अंतर्राष्ट्रीय तनाव का एक प्रमुख कारण माना जाता है. अमेरिकी अधिकारियों ने यह भी स्पष्ट किया कि हूती समूह पर किए गए हमले केवल अमेरिकी जहाजों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि ये वैश्विक शिपिंग सुरक्षा के लिए भी खतरा बन सकते हैं.