ट्रंप सरकार ने किया USAID को बंद करने का आधिकारिक ऐलान, दुनिया पर क्या होगा असर?
अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने सरकार के इस निर्णय को उचित ठहराते हुए कहा कि USAID अपने संस्थापक सिद्धांतों से भटक गया है. उन्होंने कहा, 'दुर्भाग्य से USAID अपने मूल मिशन से बहुत पहले ही भटक गया था, जिसके कारण लाभ बहुत कम थे और लागत बहुत ज्यादा थी.'
अमेरिकी सरकार ने यूनाइटेड स्टेट्स एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (USAID) को पूरी तरह से बंद करने की आधिकारिक घोषणा कर दी है. इसके बंद होने का सीधा मतलब है कि अब अमेरिका की ओर से विदेशों या जरूरत मंद देशों या किसी संकट से जूझ रहे देश को अब तक मिल रही सहायता या तो पूरी तरह से बंद कर दी जाएगी या बेहद कम कर दी जाएगी.
अपने सिद्धांतों से भटक गया है USAID
अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने सरकार के इस निर्णय को उचित ठहराते हुए कहा कि USAID
अपने संस्थापक सिद्धांतों से भटक गया है. उन्होंने कहा, 'दुर्भाग्य से USAID अपने मूल मिशन से बहुत पहले ही भटक गया था, जिसके कारण लाभ बहुत कम थे और लागत बहुत ज्यादा थी.'
ट्रंप प्रशासन ने इसके पुनर्गठन को AI संचालित उपाय के रूप में चित्रित किया है जिसका उद्देश्य विदेशी सहायता कार्यक्रमों को व्यापक अमेरिकी कूटनीतिक और सुरक्षा प्राथमिकताओं के साथ अधिक निकटता से जोड़ना है.
विदेश नीति में व्यापक बदलाव
USAID को बंद करने का कदम राष्टपति ट्रंप के तहत अमेरिकी विदेशी सहायता नीति में व्यापक बदलाव के बाद उठाया गया है. बता दें कि ट्रंप ने राष्ट्रपति बनने के 90 दिन के भीतर सभी अमेरिकी विदेशी सहायता को रोकने वाले एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए थे. USAID को बन करने से वैश्विक विकास के प्रयासों को गंभीर चुनौती का सामना करना पड़ सकता है.