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डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता संभालने से पहले ही चीन को तगड़ा झटका देने जा रहा अमेरिका! ड्रैगन को होगा अरबों का नुकसान

अमेरिकी वाणिज्य विभाग ने 2 जनवरी, 2024 को घोषणा की कि वह सुरक्षा चिंताओं के कारण चीन निर्मित ड्रोन पर प्रतिबंध लगाने के लिए नए नियमों पर विचार कर रहा है. अमेरिका में व्यावसायिक ड्रोन बाजार पर चीन का बहुत प्रभाव है, क्योंकि चीनी कंपनियां, विशेष रूप से DJI, अमेरिकी ड्रोन बाजार में प्रमुख खिलाड़ी हैं. DJI दुनिया का सबसे बड़ा ड्रोन निर्माता है और यह अमेरिका में बेचे जाने वाले आधे से अधिक ड्रोन का आपूर्तिकर्ता है.

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Edited By: Sagar Bhardwaj
US considering possible rules to ban Chinese drones over security concerns

अमेरिकी वाणिज्य विभाग ने 2 जनवरी, 2024 को घोषणा की कि वह सुरक्षा चिंताओं के कारण चीन निर्मित ड्रोन पर प्रतिबंध लगाने के लिए नए नियमों पर विचार कर रहा है. इन संभावित नियमों का उद्देश्य चीन और रूस द्वारा इन उपकरणों में संभावित सेंधमारी की आशंका के मद्देनजर राष्ट्रीय सुरक्षा को सुनिश्चित करना है और ड्रोन आपूर्ति श्रृंखला की सुरक्षा को बेहतर बनाना है.

चीनी ड्रोन और राष्ट्रीय सुरक्षा का खतरा

वाणिज्य विभाग ने कहा है कि वह 4 मार्च तक सार्वजनिक टिप्पणियां प्राप्त करेगा ताकि संभावित नियमों पर विचार किया जा सके, जो अमेरिकी आपूर्ति श्रृंखला को सुरक्षित रखने के लिए बनाए जाएंगे. विभाग का कहना है कि चीन और रूस से आए हुए ड्रोन “हमारे प्रतिद्वंद्वियों को दूर से इन उपकरणों तक पहुंच और उनका संचालन करने की क्षमता दे सकते हैं, जिससे संवेदनशील अमेरिकी डेटा का जोखिम उत्पन्न हो सकता है.”

अमेरिका में व्यावसायिक ड्रोन बाजार पर चीन का बहुत प्रभाव है, क्योंकि चीनी कंपनियां, विशेष रूप से DJI, अमेरिकी ड्रोन बाजार में प्रमुख खिलाड़ी हैं. DJI दुनिया का सबसे बड़ा ड्रोन निर्माता है और यह अमेरिका में बेचे जाने वाले आधे से अधिक ड्रोन का आपूर्तिकर्ता है.

वाणिज्य सचिव की चेतावनी 
वाणिज्य सचिव जीना रैमंडो (Gina Raimondo) ने सितंबर 2023 में कहा था कि विभाग चीनी वाहनों पर प्रतिबंध लगाने के समान प्रतिबंधों पर विचार कर सकता है. ये प्रतिबंध विशेष रूप से उन ड्रोन पर लागू होंगे जिनमें चीनी और रूसी उपकरण, चिप्स और सॉफ़्टवेयर शामिल होंगे. रैमंडो ने नवंबर में रॉयटर्स से बात करते हुए कहा कि वह उम्मीद करती हैं कि जनवरी 2024 तक चीन निर्मित वाहनों पर नियमों को अंतिम रूप दिया जाएगा.

अमेरिकी प्रशासन, जो जनवरी 2024 में राष्ट्रपति जो बाइडन से राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को सत्ता सौंपेगा, इस बारे में अंतिम निर्णय लेगा कि इन ड्रोन पर प्रतिबंध लगाना चाहिए या नहीं. यह कदम इस आशंका को लेकर उठाया जा रहा है कि ड्रोन का इस्तेमाल संवेदनशील जानकारी को चुराने या निगरानी के लिए किया जा सकता है.

ड्रोन कंपनियों पर कार्रवाई और कानूनी विवाद
अमेरिका में चीन आधारित ड्रोन कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई पिछले कुछ समय से तेज हो गई है. दिसंबर 2023 में, राष्ट्रपति जो बाइडन ने एक कानून पर हस्ताक्षर किए थे, जिसके तहत चीन आधारित कंपनियों जैसे DJI और Autel Robotics को अमेरिकी बाजार में नए ड्रोन मॉडल बेचने से रोका जा सकता है. इस कानून के तहत यह जांच की जाएगी कि क्या ये कंपनियां राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए जोखिम पैदा करती हैं. यदि एक साल के भीतर कोई अमेरिकी एजेंसी यह निष्कर्ष नहीं निकालती कि इन ड्रोन से कोई राष्ट्रीय सुरक्षा खतरा है, तो उन्हें बाजार में नई उत्पादों को लॉन्च करने से रोक दिया जाएगा.

DJI, जो अमेरिकी बाजार में अपने ड्रोन के लिए प्रसिद्ध है, ने पहले ही चेतावनी दी है कि यदि कोई एजेंसी इन ड्रोन के खतरे के बारे में निष्कर्ष नहीं निकालती है, तो यह कंपनी को अपने नए उत्पादों को अमेरिकी बाजार में लॉन्च करने से रोक सकता है. इस बीच, अमेरिकी हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव ने भी सितंबर में एक प्रस्ताव पारित किया था, जिसमें DJI के नए ड्रोन को अमेरिका में संचालन से प्रतिबंधित किया गया.

ड्रोन से जुड़ी सुरक्षा चिंताएं
अमेरिकी सांसदों ने बार-बार इस बात को लेकर चिंता जताई है कि DJI के ड्रोन डेटा ट्रांसमिशन, निगरानी और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से खतरे पैदा कर सकते हैं. हालांकि, DJI ने इन आरोपों को सिरे से नकारा है और कहा है कि कंपनी का डेटा सुरक्षा नीति उच्चतम मानकों के अनुरूप है. 2019 में अमेरिकी कांग्रेस ने पेंटागन को चीनी निर्मित ड्रोन और उनके घटकों को खरीदने और इस्तेमाल करने से प्रतिबंधित कर दिया था.

अक्टूबर 2023 में, DJI ने अमेरिकी रक्षा विभाग के खिलाफ मुकदमा दायर किया, जिसमें आरोप लगाया गया था कि उसे गलत तरीके से बीजिंग की सैन्य गतिविधियों से जोड़कर वित्तीय नुकसान पहुंचाया गया है. साथ ही, यह भी आरोप लगाया गया कि कस्टम्स एंड बॉर्डर प्रोटेक्शन (CBP) ने उइघुर फोर्स्ड लेबर प्रिवेंशन एक्ट के तहत DJI के कुछ ड्रोन के आयात को रोक दिया है, हालांकि DJI ने कहा है कि इसके निर्माण में कोई जबरन श्रम शामिल नहीं है.

भविष्य में क्या होगा?
अमेरिका में चीनी ड्रोन पर प्रतिबंध लगाने की संभावनाओं पर विचार किया जा रहा है, लेकिन इस फैसले का कार्यान्वयन अमेरिकी राजनीतिक परिप्रेक्ष्य पर निर्भर करेगा. यह कदम चीन और रूस के बढ़ते प्रभाव को लेकर अमेरिका की सुरक्षा रणनीति के हिस्से के रूप में देखा जा रहा है. यदि नए नियम लागू होते हैं, तो यह ड्रोन उद्योग पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकते हैं, क्योंकि चीन की कंपनियां अमेरिकी बाजार में प्रमुख खिलाड़ियों के रूप में स्थापित हैं.

अब यह देखना होगा कि अमेरिका की नई सरकार इन चिंताओं को लेकर क्या कदम उठाती है और इन संभावित प्रतिबंधों का ड्रोन उद्योग पर क्या प्रभाव पड़ेगा.