menu-icon
India Daily

'गलती से भी परमाणु हथियारों पर किया हमला तो....', ईरान का अमेरिका-इजरायल पर डबल अटैक!

Iran on Israel and America: ईरान का कहना है कि इजरायल और अमेरिका द्वारा उसके परमाणु प्रतिष्ठानों पर हमला करना "पागलपन" होगा, तथा यह क्षेत्र के लिए "बहुत बुरी आपदा" होगी.

auth-image
Edited By: Gyanendra Tiwari
US and Israel would be crazy to attack Iran nuclear facilities says Iran foreign minister Abbas Arag
Courtesy: Social Media

Iran on Israel and America:  ईरान ने अपने परमाणु संयंत्रों पर किसी भी प्रकार के हमले के खिलाफ इजरायल और अमेरिका को कड़ी चेतावनी दी है. ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने स्काई न्यूज से एक इंटरव्यू में कहा कि अगर ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला किया गया, तो इसका सामना ईरान तत्काल और निर्णायक प्रतिक्रिया से करेगा. यह चेतावनी ईरान के विदेश मंत्री द्वारा अपने कट्टर प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रम्प के शपथग्रहण के बाद दिए गए पहले साक्षात्कार में दी गई. 

हमले का अंजाम होगा खतरनाक

अराघची ने यह भी कहा कि इजरायल और अमेरिका अगर ऐसा ‘पागलपन’ करने की कोशिश करते हैं तो उन्हें इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे. उन्होंने कहा कि ऐसा कदम मध्य पूर्व को एक "बहुत बड़ी आपदा" में बदल सकता है. उनका मानना है कि अगर अमेरिका और इजरायल परमाणु संयंत्रों पर हमला करते हैं, तो इसका असर सिर्फ ईरान पर ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया पर पड़ेगा.

उन्होंने कहा, उन्होंने कहा, "हमने यह स्पष्ट कर दिया है कि हमारे परमाणु प्रतिष्ठानों पर किसी भी हमले का तत्काल और निर्णायक जवाब दिया जाएगा. लेकिन मुझे नहीं लगता कि वे ऐसा पागलपन करेंगे. यह वास्तव में पागलपन है. और इससे पूरा क्षेत्र एक बहुत बड़ी आपदा में बदल जाएगा."

डोनाल्ड ट्रंप का रुख

हालांकि, अराघची ने यह भी कहा कि उन्हें इस बात की संभावना कम लगती है कि इजरायल और अमेरिका ऐसा कोई कदम उठाएंगे. अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सत्ता में वापसी के बाद इजरायल में कुछ लोगों को उम्मीद थी कि वे ईरान के परमाणु संयंत्रों पर हमला करने के लिए अमेरिका का समर्थन प्राप्त कर सकते हैं. लेकिन ट्रंप ने कहा था कि वह ईरान के परमाणु कार्यक्रम को कूटनीतिक तरीके से हल करना चाहेंगे, न कि सैन्य बल से.

हिजबुल्लाह और हमास पर क्या बोला ईरान

अराघची ने इस इंटरव्यू में यह भी बताया कि इजरायल से युद्ध में हमास और हिजबुल्लाह को काफी नुकसान हुआ है. हालांकि, उनका कहना था कि ये समूह अपनी ताकत फिर से संकलित कर रहे हैं. उनके अनुसार, यह कोई साधारण विचारधारा नहीं है, बल्कि एक कारण और आदर्श है, जो हमेशा बना रहेगा.