US Airstrike killes 68 migaranst of Yeman Migrant Detention: अमेरिका ने यमन के उत्तर में स्थित प्रवासी हिरासत केंद्र पर बड़ी एयरस्ट्राइक की है. सोमवार को किए गए इस हमले में 68 लोगों की जान चली गई, जबकि दर्जन भर से ज्यादा लोग घायल हुए. हूती विद्रोहियों द्वारा नियंत्रित मीडिया समूह ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि यह हमला ईरान समर्थित हूतियों पर किया गया ताकि लाल सागर और अदन की खाड़ी में व्यापार में आने वाली बाधाओं को कम किया जा सके.
अमेरिका के इस एयरस्ट्राइक में 115 अफ्रीकी प्रवासियों के घरों को निशाना बनाया गया. इस घटना के बाद प्रवासियों में डर का माहौल है. हूती समर्थित एल मशिराह टीवी ने इस घटना की दर्दनाक फोटो प्रसारित की, जिसमें मृतक मलबे में दबे दिखाई दे रहे हैं. बचाव कर्मी बचाव अभियान में जुटे हैं. हूती की आंतरिक मंत्रालय ने इस घटना के संबंध में बताया कि 68 लोगों की मौत के साथ 47 लोग घायल भी हुए हैं, जिनमें से कई की हालत नाजुक बताई जा रही है.
यमन के रास्ते का प्रवासी करते हैं इस्तेमाल
पूर्वी अफ्रीका से काम की तलाश में सऊदी अरब जानें के लिए प्रवासी यमन के खतरनाक रास्ते का इस्तेमाल करते हैं. यह रास्ता जोखिम भरा होता है. कई सारे प्रवासी अपने देश में चल रहे संघर्ष और गरीबी से भाग रहे हैं.
हूती समर्थित एल मशिराह टीवी ने बताया कि मध्य मार्च से अमेरिका की कार्रवाई हूतियों के खिलाफ जारी है. इससे पहले हूती विद्रोहियों ने 2023 के आखिर में इंटरनेशनल शिपिंग रूट को प्रभावित किया, जिसके चलते वैश्विक व्यापार प्रभावित हुआ. खासकर स्वेज नहर से होकर होने वाला व्यापार.
'उद्देश्य पूरा होने तक करते रहेंगे हमला'
अमेरिका ने इसे ऑपरेशन रफ राइडर नाम दिया. इसमें 800 ठिकानों को निशाना बनाया गया था. इसमें हूती के कमांड सेंटर और उनके मिसाइल स्टोर साइट को निशाना बनाया गया.
सेंट्रल कमांड की ओर से जारी बयान में कहा गया, " इरान बिना संकोच किए हूती विद्रोहियों को सहायता मुहैया कर रहा है. जब तक हमारा उद्देश्य पूरा नहीं हो जाता है, हम हूतियों पर हमला करना जारी रखेंगे. हमारा उद्देश्य है कि अमेरिकी जहाजों और उसके नेविगेशन सिस्टम को नुकसान न पहुंचे."