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600 लोगों की मौत, खतरनाक साबित हो रहा Mpox, यूनिसेफ ने कस ली कमर, तेजी से फैल रहा ये वायरस

देशभर में जानलेवा वायरस मंकीपॉक्स बहुत ही तेजी से फैल रहा है. सभी देश इससे निपटने की तैयारी कर रहा है. वहीं अब यूनिसेफ ने मंकीपॉक्स रोधी वैक्सीन के लिए इमरजेंसी टेंडर निकाला है. ताकि वायरस से प्रभावित देशों की जल्द से जल्द मदद की जा सके. बता दें कि फिलहाल भारत में अभी तक कोई मामला सामने नहीं आया है.

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Edited By: India Daily Live
Mpox
Courtesy: Social Media

Mpox: दुनिया भर में मंकीपॉक्स के मामले बढ़ रहे हैं. पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में भी इस जानलेवा वायरस ने दस्तक दे दी है. कांगो में मंकीपॉक्स ने करीब 600 लोगों की जान ले ली है. ऐसे में यूनिसेफ की चिंताएं काफी बढ़ रही है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक तेजी से बिगड़ रहे हालत को नियंत्रित करने के लिए यूनिसेफ ने मंकीपॉक्स रोधी वैक्सीन के लिए इमरजेंसी टेंडर निकाला है. ताकि वायरस से प्रभावित देशों की जल्द से जल्द मदद की जा सके.  

इधर भारत ने भी मंकीपॉक्स वायरस से निपटने के लिए तैयारियां कर ली है. इस साल अब तक डीआरसी में एमपॉक्स के 18,000 से अधिक संदिग्ध मामले सामने आए हैं. जिनमें 629 मौतें हुई है.

दुनिया भर में फैल रहा मंकीपॉक्स वायरस

यूनिसेफ ने विश्व स्वास्थ्य संगठन, गावी वैक्सीन गठबंधन और अफ्रीका सीडीसी के साथ जारी एक बयान में कहा, 'इमरजेंसी टेंडर जारी करने का मकसद मार्केट में उपलब्ध एम पॉक्स टीकों को तुरंत जरूरतमंदों तक पहुंचाने के साथ-साथ वैक्सीन के उत्पादन को बढ़ाने पर जोर देना है, मांग, निर्माताओं की उत्पादन क्षमता और फंडिंग के आधार पर 2025 तक 12 मिलियन खुराक तक के समझौते किए जा सकते हैं'.

यूनिसेफ ने कर ली तैयारी

दरअसल इमरजेंसी सेंटर में यूनिसेफ ने वैक्सीन निर्माताओं के साथ कॉन्‍ट्रेक्‍ट के तहत वैक्सीन उपलब्ध कराने की योजना बनाई है. इससे यूनिसेफ बिना किसी देरी के वैक्सीन खरीद सकेगा और जरूरतमंदों तक पहुंचा सकेगा. साथ ही वैक्सीन के लिए फंड और डिस्ट्रीब्यूशन को लेकर प्लानिंग की जा रही है. डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो में नए क्लैड 1बी स्ट्रेन के मामलों में वृद्धि से परेशान होकर डब्लूएचओ ने 14 अगस्त को एमपॉक्स पर अंतरराष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा की, जो आसपास के देशों में फैल गया.

मंकीपॉक्स के लक्षण

मंकीपॉक्स के लक्षण स्मॉल पॉक्स जैसे होते हैं. शुरुआत में ये कम गंभीर दिखते हैं. ये लक्षण त्वचा पर दाने, बुखार, गले में सूजन, सिर दर्द, शारीरिक दर्द, शरीर में थकावट जैसे होते हैं. मंकीपॉक्स के लक्षण वायरस के संपर्क में आने के 21 दिनों के भीतर शुरू होते हैं. अगर आपको फ्लू जैसे लक्षण हैं, तो संभवत 1-4 दिन बाद आपको दाने निकल आएंगे. मंकीपॉक्स से होने वाले दाने ठीक होने से पहले कई चरणों से गुजरते हैं, जिनमें पपड़ी बनना भी शामिल है. दाने शुरू में फुंसी या छाले जैसे दिख सकते हैं और इनमें दर्द या खुजली हो सकती है. यूनिसेफ ने कहा है कि वह अफ्रीका और डब्लूएचओ के साथ-साथ यूएसएआईडी और एफसीडीओ जैसे अन्य भागीदारों के साथ मिलकर राष्ट्रीय सरकारों को समर्थन प्रदान कर रहा है.

भारत में अभी तक कोई मामला नहीं

फिलहाल भारत में अभी तक कोई मामला सामने नहीं आया है. हालांकि पाकिस्तान के पेशावर में एक विमान यात्री में एमपॉक्स वायरस की पुष्टि होने के बाद सभी देश सतर्क हो रहे हैं.