सीजफायर समझौते को लेकर जेलेंस्की ने ब्लादिमीर पुतिन पर साधा निशाना, बोले- रूस अपनी मनमानी कर रहा लेकिन हम...'

यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने सीजफायर समझौते को लेकर अपने रूसी समकक्ष ब्लादिमीर पुतिन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि पुतिन युद्धविराम को लेकर ऐसे शर्तें रख रहे हैं, जो इसे आगे बढ़ने से रोक रही हैं और इसके लिए समय भी अधिक लग रहा है.

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यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने सीजफायर समझौते को लेकर अपने रूसी समकक्ष ब्लादिमीर पुतिन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि पुतिन युद्धविराम को लेकर ऐसे शर्तें रख रहे हैं, जो इसे आगे बढ़ने से रोक रही हैं और इसके लिए समय भी अधिक लग रहा है. जेलेंस्की ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर यह बयान दिया और पुतिन पर सीजफायर के प्रस्ताव को अस्वीकार करने का आरोप लगाया.

जेलेंस्की ने कहा, "अब तक, हमें रूस से पुतिन के अत्यधिक पूर्वानुमानित और चतुर शब्द सुनने को मिले हैं, जो सीजफायर के विचार के खिलाफ हैं. इस समय, वह इसे अस्वीकार करने की तैयारी कर रहे हैं." उन्होंने कहा कि यूक्रेन इस विचार का समर्थन करता है, लेकिन कुछ सवाल हैं जिन्हें सुलझाना जरूरी है. जेलेंस्की ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद किया, जिन्होंने इस संघर्ष के दौरान यूक्रेन का समर्थन किया है.

पुतिन की रणनीति पर सवाल

जेलेंस्की ने आरोप लगाया कि पुतिन सीजफायर पर बात करने से डरते हैं क्योंकि वे युद्ध को जारी रखने और यूक्रेनियों की हत्या करने के इच्छुक हैं. उन्होंने यह भी कहा कि रूस युद्धविराम के विचार के चारों ओर ऐसी शर्तें जोड़ता है, जिससे यह या तो विफल हो जाता है या फिर इसे लम्बे समय तक खींच लिया जाता है. जेलेंस्की ने इसे रूस की एक और चाल करार दिया और कहा कि पुतिन ने हमेशा ऐसी रणनीति अपनाई है, जहां वह सीधे ‘न’ नहीं कहते, बल्कि चीजों को खींचकर समाधान को मुश्किल बना देते हैं.

यूक्रेन को लेकर जेलेंस्की का बड़ा दावा

जेलेंस्की ने स्पष्ट किया कि यूक्रेन पूरी तरह से तैयार है कि वह जल्द और रचनात्मक तरीके से इस मुद्दे पर काम करे. उन्होंने कहा कि अमेरिका, यूरोपीय देशों और दुनिया भर के उनके सहयोगी इस बात से पूरी तरह अवगत हैं. जेलेंस्की ने रूस पर आरोप लगाया कि वे संघर्ष को लंबा खींचने के लिए शर्तें रख रहे हैं.

पुतिन पर दबाव डालने की जरूरत

जेलेंस्की ने जोर देकर कहा कि अब समय आ गया है कि पुतिन पर कड़ी दबाव डाला जाए, और इसके लिए उन्हें आर्थिक प्रतिबंधों के जरिए पेस करने की आवश्यकता है. उन्होंने यह भी कहा कि यूक्रेन अमेरिका और यूरोपीय सहयोगियों के साथ मिलकर युद्ध को समाप्त करने के लिए काम करना जारी रखेगा.