Russia Ukraine War: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की के बीच ज़ुबानी जंग लगातार बढ़ती जा रही है. इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की अमेरिका के साथ एक ऐसे समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए "तैयार नहीं" हैं, जो उनके देश के दुर्लभ पृथ्वी खनिजों पर अमेरिका को विशेष पहुंच प्रदान करेगा. इस मामले से परिचित एक यूक्रेनी सोर्स ने एएफपी को यह जानकारी दी.
सोर्स ने न्यूज एजेंसी एएफपी से शनिवार को कहा, "जिस रूप में अब तक ड्राफ्ट है, राष्ट्रपति जेलेंस्की उसे स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं, हम अभी भी इसमें बदलाव करने और इसे अधिक सकारात्मक बनाने की कोशिश कर रहे हैं.
Ukrainian President Volodymyr Zelenskyy is reportedly 'not ready' to sign a deal giving the US preferential access to its rare earth minerals – AFP pic.twitter.com/RI60uZOPPa
— TRT World Now (@TRTWorldNow) February 22, 2025
यूक्रेन के किस 'ख़ज़ाने' पर है डोनाल्ड ट्रंप की नजरें?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चाहते हैं कि यूक्रेन अमेरिकी कंपनियों को अपने खनिज संसाधनों तक पहुंच प्रदान करे, ताकि उनके पूर्ववर्ती जो बाइडन द्वारा दी गई सहायता की भरपाई हो सके. हालांकि, यूक्रेनी सरकार इस प्रस्ताव को लेकर संतुष्ट नहीं है और इसमें बदलाव करने की कोशिश कर रही है.
समझौते के ड्राफ्ट पर यूक्रेन सरकार ने जताई आपत्ति
यूक्रेनी सूत्र ने एएफपी से शनिवार को कहा, "जिस रूप में अब तक ड्राफ्ट है, राष्ट्रपति उसे स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं, हम अभी भी इसमें सुधार करने और इसे अधिक रचनात्मक बनाने की कोशिश कर रहे हैं. समझौते में अमेरिकी प्रतिबद्धताएं, जैसे गारंटी या निवेश, स्पष्ट नहीं हैं. यह बहुत अस्पष्ट है, और वे हमसे $500 बिलियन निकालना चाहते हैं.
उन्होंने आगे कहा, "यह किस तरह की साझेदारी है? और हमें $500 बिलियन क्यों देना होगा, इसका कोई उत्तर नहीं है.
यूक्रेन का सुरक्षा गारंटी की मांग
इस मामले से परिचित स्रोत ने बताया कि यूक्रेन ने समझौते में कुछ संशोधन पेश किए हैं. क्योंकि, यूक्रेन किसी भी समझौते पर हस्ताक्षर करने से पहले अमेरिका से सुरक्षा गारंटी की मांग कर रहा है, खासकर जब बात उसके प्राकृतिक संसाधनों और महत्वपूर्ण खनिजों की हो.
जेलेंस्की और ट्रंप के बीच छिड़ी शब्दों की जंग
यह विवाद उस समय पैदा हुआ है जब यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की और अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच शब्दों की जंग चल रही है. ट्रंप ने हाल ही में एक सोशल मीडिया पोस्ट में जेलेंस्की को "तानाशाह" करार दिया था, जिससे दोनों नेताओं के बीच तनाव और बढ़ गया है.