यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एक बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि वह यूक्रेन में शांति स्थापित करने के लिए अपने पद से इस्तीफा देने को तैयार हैं. उनका यह बयान यूक्रेन की स्थिति और नाटो (नॉर्थ अटलांटिक ट्रीटी ऑर्गनाइजेशन) में शामिल होने की प्रक्रिया को लेकर आया है.
यूक्रेन की शांति के बदले इस्तीफा देने को तैयार
जब पत्रकारों ने जेलेंस्की से पूछा कि क्या वह राष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने के लिए तैयार हैं, तो उन्होंने कहा, "अगर यूक्रेन के लिए शांति लाने के लिए मुझे अपना पद छोड़ना पड़े, तो मैं तैयार हूं. अगर यह शांति के लिए आवश्यक है और अगर मुझे इस्तीफा देने की आवश्यकता है तो मैं इसे तुरंत करने के लिए तैयार हूं." इसके बाद उन्होंने यह भी कहा कि अगर इसके बदले नाटो सदस्यता मिलती है तो वह इस प्रक्रिया को तुरंत लागू करने के लिए तैयार हैं.
JUST IN: 🇺🇦 Ukrainian President Zelensky says he's ready to resign from presidency for peace or Ukraine's accession to NATO. pic.twitter.com/eMNAzSmikj
— BRICS News (@BRICSinfo) February 23, 2025
नाटो सदस्यता पर जोर
जेलेंस्की ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि उनका ध्यान केवल आज के यूक्रेन की सुरक्षा पर है, न कि बीस साल बाद. उन्होंने कहा कि उनका इरादा दशकों तक सत्ता में बने रहने का नहीं है. "मुझे लगता है कि नाटो एक सस्ता और सही विकल्प है. और यह सच है. चाहे कोई भी इसका समर्थन करे या न करे, यह मुद्दा चर्चा के लिए हमेशा मौजूद रहेगा." उन्होंने यह भी कहा कि नाटो की सदस्यता को लेकर आगामी सुरक्षा वार्ताओं में यह मुद्दा उठेगा और यह यूक्रेन के भागीदारों से भी चर्चा की जाएगी.
युद्ध के संदर्भ में यूरोपीय नेताओं से चर्चा
यूक्रेन में हो रहे युद्ध को लेकर जेलेंस्की ने यह भी स्पष्ट किया कि यह वार्ता यूक्रेन की भूमि पर हो रही है और इसे यूक्रेन के नेतृत्व में ही संचालित किया जा रहा है. "यह वह टेबल नहीं है जहां यूक्रेन को आमंत्रित किया गया है, यह हमारी टेबल है क्योंकि युद्ध हमारे देश में हो रहा है. हम यूरोपीय नेताओं को आमंत्रित कर रहे हैं क्योंकि युद्ध हमारी ज़मीन पर लड़ा जा रहा है. हम इस महाद्वीप का हिस्सा हैं," उन्होंने कहा.
डोनाल्ड ट्रंप की आलोचना और जेलेंस्की का जवाब
इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में यूक्रेन के युद्ध पर अपनी टिप्पणी की थी. ट्रंप ने पहले अपने चुनावी अभियान में यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने का वादा किया था, लेकिन बाद में उन्होंने रूसी पक्ष का समर्थन किया और यूक्रेनी नेतृत्व पर आलोचना की. ट्रंप ने जेलेंस्की को "निर्वाचित नहीं हुए तानाशाह" कहकर उनकी आलोचना की. इसके बाद, जेलेंस्की ने ट्रंप के इस बयान को रूसी प्रचार बताया और ट्रंप से मस्को की गलत जानकारी फैलाने से बचने का अनुरोध किया.