Russia Ukraine War: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शनिवार रात ईस्टर से पहले आदेश दिया था कि रूस की सेना रविवार रात तक युद्धविराम का पालन करेगी. उन्होंने कहा था कि फ्रंटलाइन पर सभी सैन्य गतिविधियाँ बंद कर दी जाएंगी. यह घोषणा ऐसे समय में आई जब अमेरिका ने चेतावनी दी थी कि यदि रूस और यूक्रेन शांति वार्ता में गंभीरता नहीं दिखाते, तो अमेरिका इनसे हट सकता है. यूक्रेनी राष्ट्रपति ने आरोप लगाया है कि रूस सिर्फ दिखावा कर रहा है. उसने युद्धविराम का पलान नहीं किया.
जेलेंस्की ने लगाया युद्धविराम के उल्लंघन का आरोप
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने रविवार को दावा किया कि रूस ने युद्धविराम की केवल दिखावटी घोषणा की है. उन्होंने सोशल मीडिया पर कहा कि रूस ने रातभर में यूक्रेन को नुकसान पहुँचाने की कोशिशें जारी रखीं. उन्होंने बताया कि शनिवार शाम से ही सैकड़ों बार गोले बरसाए गए और रूसी सैनिकों ने कई इलाकों में हमले की कोशिश की.
यूक्रेन के सैन्य अधिकारियों ने माना कि फ्रंटलाइन पर युद्ध की गतिविधियाँ थोड़ी कम जरूर हुई हैं, लेकिन यह पूरी तरह से रुकी नहीं हैं. यूक्रेन के पूर्वी मोर्चे के सैन्य प्रवक्ता विक्टर त्रेहुबोव ने कहा, "हम पहले से ही ज्यादा उम्मीद नहीं कर रहे थे कि रूस सच में युद्धविराम का पालन करेगा."
यूक्रेन की शांति की पहल और अमेरिका की भूमिका
राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन 30 दिन के युद्धविराम को लेकर अब भी तैयार है, लेकिन अगर रूस लड़ाई जारी रखता है, तो यूक्रेन भी जवाब देगा. उन्होंने कहा, "हम दर्पण की तरह प्रतिक्रिया देंगे."
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी युद्ध को जल्द खत्म करने की बात कही है. हालांकि उन्होंने यूक्रेन की बजाय रूस के नजरिए को ज्यादा समर्थन दिया है. इससे अमेरिका की नीति में बदलाव देखने को मिल रहा है.
संयुक्त राष्ट्र और यूरोपीय संघ की प्रतिक्रिया
संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता ने फिर दोहराया कि यूक्रेन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करते हुए न्यायपूर्ण और स्थायी शांति की जरूरत है. यूरोपीय संघ ने भी पुतिन के युद्धविराम पर सतर्क प्रतिक्रिया दी और कहा कि रूस अगर चाहता तो युद्ध को तुरंत रोक सकता है.