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India Daily

यूक्रेन की संसद ने अपनाया नया कानून, अब गांजे से होगा PTSD का इलाज

यूक्रेन की संसद ने पोस्ट ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर (PTSD) और युद्ध की वजह से फैल रही बीमारियों के इलाज के लिए गांजा यानी मारिजुआना के इस्तेमाल को लेकर एक नए कानून को अपना लिया है.

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Edited By: Bhoopendra Rai
Ukrainian Parliament

हाइलाइट्स

  • नया कानून छह महीने बाद लागू किया जाएगा.
  • युद्ध से उपजी बीमारियों के इलाज के लिए इसे काफी फायदेमंद माना जाता है.

यूक्रेन की संसद में एक नया कानून पारित किया गया है. जिसके तहत अब गांजा यानी मारिजुआना से बनी दवाओं से वहां के लोगों और सैनियों का इलाज किया जाएगा. इस कानन को यूक्रेन की संसद ने अपना लिया है. इस कानून को लेकर संसद में लबे समय से बहस चल रही थी, जो अब थम चुकी है. नए कानून के तहत मारिजुआना को यूक्रेन में दवा के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा. ये जानकारी यूक्रेन की संसद की आधिकारिक वेबसाइट वेरखोवना राडा के हवाले से जारी की गई है. 

6 महीने बाद लागू होगा नया कानून

दरअसल, यूक्रेन और रूस के बीच पिछले करीब 2 साल से युद्ध चल रहा है. इस बीच संसद ने पोस्ट-ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर (पीटीएसडी) और युद्ध से होने वाली बीमारियों के इलाज के लिए जंगली घास मारिजुआना को वैध माना और नए कानून को अपना लिया.  नया कानून छह महीने बाद लागू किया जाएगा. युद्ध से उपजी बीमारियों के इलाज के लिए इसे काफी फायदेमंद माना जाता है. 

विधेयक के पक्ष में कुल 248 वोट पड़े

यूक्रेन की संसद में इस विधेयक के पक्ष में कुल 248 वोट पड़े. 16 लोगों ने इसका विरोध किया. वहीं 33 सदस्यों ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया, जबकि 40 लोगों ने वोट नहीं किया.  

संसद के अध्यक्ष ने क्या कहा?

यूक्रेन की संसद के अध्यक्ष रुस्लान स्टेफानचुक ने इस कानून के बारे में जानकारी दी. उन्होंने कहा कि मारिजुआना की दवाओं के इस्तेमाल की स्थितियों और तरीकों की लिस्ट जल्द ही स्वास्थ्य मंत्रालय निर्धारित करेगा. इससे पहले राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने युद्ध संबंधी स्थितियों के इलाज के रूप में चिकित्सा मारिजुआना की पहुंच पर जोर दिया था. उन्होंने उन्होंने जून 2023 में संसद को संबोधित करते हुए इसकी दवा को वैध बनाने का आह्वान किया था. जिसके बाद इस कानून पर लंबी बहस हुई और अब इसे अंतिम रूप दे दिया गया है.