Russia Ukraine War: जेलेंस्की का दावा, 'क्रेमलिन ने किया कीव के चेनोर्बिल में परमाणु रिएक्टर से हमला', ट्रंप नहीं रोक पाएंगे रूस-यूक्रेन युद्ध!

रूस ने य़ूक्रेन के चेर्नोबिल परमाणु प्लांट पर ड्रेन से हमला किया है. इस दौरान यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि रूसी ड्रोन ने चेर्नोबिल के खत्म हो चुके न्यूक्लियर पावर प्लांट पर हमला किया है. जबकि, रूस की ओर से हमले से इनकार किया गया है.

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Russia Ukraine War: रूसी ने ड्रोन के जरिए  कीव स्थित चेर्नोबिल परमाणु रिएक्टर पर हमला किया है. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने शुक्रवार को यह दावा किया है. इधर, राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने दावा किया कि आज रात 2:02 बजे, वीरान पड़े चेर्नोबिल परमाणु संयंत्र पर एक ड्रोन ने हमला किया, जिसके बारे में यूक्रेन का दावा है कि वह रूसी था, जिससे 1986 के परमाणु आपदा से निकलने वाले विकिरण को रोकने के लिए बनाए गए कवर को नुकसान पहुंचा.

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने कहा, "यह पूरी दुनिया के लिए एक आतंकवादी खतरा है.  साथ ही उन्होंने परमाणु स्थलों को निशाना बनाए जाने को खतरनाक बताया है. वहीं, रूस की ओर से हमले से इनकार किया गया है. जबकि,यूक्रेनी वायु सेना ने कहा कि रूस ने पूरे देश में 100 से ज्यादा ड्रोन अटैक किए. जिनमें चेरनोबिल सहित देश के उत्तरी क्षेत्र पर हमला करने वाले ड्रोन भी शामिल हैं.

यूक्रेन ने चेरनोबिल परमाणु संयंत्र पर ड्रोन हमले का लगाया आरोप

ड्रोन हमले का एक वीडियो शेयर करते हुए यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा, "कल रात, एक विस्फोटक वारहेड के साथ एक रूसी हमलावर ड्रोन ने चेरनोबिल परमाणु ऊर्जा संयंत्र की नष्ट हो चुकी चौथी बिजली इकाई पर विकिरण से दुनिया की रक्षा करने वाले आश्रय पर हमला किया. इसका निर्माण यूक्रेन ने अमेरिका, यूरोप और दुनिया के अन्य देशों के साथ मिलकर किया था.

यूक्रेनी राष्ट्रपति ने कहा कि रूस "दुनिया का एकमात्र देश है जो ऐसे स्थलों पर हमला करता है, परमाणु ऊर्जा संयंत्रों पर कब्जा करता है और परिणामों की परवाह किए बिना युद्ध छेड़ता है. उन्होंने कहा, "विकिरण का स्तर नहीं बढ़ा है और इस पर लगातार नजर रखी जा रही है.

रूस का जवाब

रूस ने कीव के दावों का खंडन करते हुए कहा कि वह यूक्रेन के परमाणु संयंत्रों पर हमला नहीं करता. क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने शुक्रवार को कहा, "ऐसे परमाणु संयंत्रों पर हमले की कोई बात नहीं है. जो भी आरोप लगाए गए हैं, वे वास्तविकता से मेल नहीं खाते. रूसी सेना ऐसा नहीं करती. पेसकोव ने यह भी कहा कि उन्हें चेरनोबिल पर हमले के बारे में "सटीक जानकारी" नहीं थी.

IAEA की रिपोर्ट की सूचना दी

अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) ने भी साइट पर "विस्फोट" की सूचना दी है. उनका कहना है कि "अंदर और बाहर विकिरण का स्तर सामान्य और स्थिर बना हुआ है. इसके साथ ही एजेंसी ने कुछ तस्वीरें प्रकाशित कीं, जिनमें ड्रोन के कवर से टकराने के बाद उसमें आग लग गई. 

चेरनोबिल की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि

चेरनोबिल परमाणु संयंत्र पर यह हमला 1986 के परमाणु आपदा से जुड़ा हुआ है. 26 अप्रैल 1986 को, चेरनोबिल के चौथे रिएक्टर में एक परीक्षण के दौरान नियंत्रण खो दिया गया था, जिसके परिणामस्वरूप विस्फोट और आग हुई, जिससे बड़ी मात्रा में रेडिएशन वायुमंडल में फैल गई.

IAEA की चेतावनी

IAEA ने रूस के यूक्रेन में सैन्य अभियान की शुरुआत के बाद से परमाणु संयंत्रों के आसपास युद्ध के खतरों के बारे में कई बार चेतावनी दी है. पहले युद्ध के दिनों में, रूसी सेना ने चेरनोबिल संयंत्र पर अस्थायी रूप से कब्जा कर लिया था और साथ ही दक्षिणी यूक्रेन के ज़ापोरीज़्ज़िया परमाणु संयंत्र को भी कब्जे में लिया, जो अब भी रूस के नियंत्रण में है.