ऋषि सुनक की कम नहीं हो रही मुश्किलें, आम चुनाव से पहले दर्जनों नेताओं ने छोड़ दी राजनीति

UK News: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने जब से जल्दी आम चुनाव कराने का ऐलान किया है तब से उनकी पार्टी की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. सत्ताधारी कंजर्वेटिव पार्टी के कई नेताओं ने राजनीति को अलविदा कह दिया है.

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UK News: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री को आम चुनावों की घोषणा के बाद नई चुनौतियों का भी सामना करना पड़ रहा है. सत्ताधारी कंजर्वेटिव पार्टी में लगातार इस्तीफे हो रहे हैं. माइकल गोव और आंड्रे लिडसन ने राजनीति को अब अलविदा कह दिया है. इनके राजनीति छोड़ने के बाद कंजर्वेटिव पार्टी में संन्यास लेने कुल सांसदों की संख्या अच्छी खासी हो गई है. कुल मिलाकर अब तक 78 लोगों ने राजनीति छोड़ने का फैसला किया है.   

नहीं लड़ना चाहते हैं चुनाव

माइकल गोव और लिडसन से पहले रक्षा मंत्री बेन वालेस, पूर्व पीएम थेरेसा में, डोमिनिव राब, नदीम जहावी जैसे बड़े नेता आम चुनाव में उतरने से इंकार कर चुके हैं. रिपोर्ट के अनुसार, साल 2010 के बाद यह सबसे बड़ी संख्या है जिसने चुनाव में न उतरने का फैसला किया है. ब्रिटेन के निचले सदन हाउस ऑफ कॉमन्स में कुल 650 सांसद है. इस बार कुल मिलाकर 122 सांसदों ने चुनाव लड़ने से मना कर दिया है. विपक्षी लेबर पार्टी के सांसदों ने भी चुनाव लड़ने से मना कर दिया है. 

क्यों किया यह फैसला? 

ब्रिटेन में सासंदों के इस्तीफा देने की बड़ी वजहें हैं. सबसे बड़ी वजह पार्टी की खराब स्थिति का होना है. वहीं, कई सांसदों को लगता है कि यदि वे अगला चुनाव लड़ते हैं तो वे हार जाएंगे. इस कारण वे फिर चुनावी लड़ाई में नहीं उतरना चाहते हैं. इसके अलावा अन्य प्रमुख कारणों में सांसदों की उम्र भी है. सांसदों ने अपनी ज्यादा उम्र की वजह से भी चुनाव न लड़ने का फैसला किया है. 

संसद खर्च घोटाला

इससे पहले साल 2010 में सबसे ज्यादा 140 सांसदों ने इस्तीफा दे दिया था. इन इस्तीफों के पीछे सबसे बड़ी वजह संसद खर्चा घोटाला बताया गया था. इस घोटाले में सामने आया था कि कई सांसदों ने अपने भत्तों और खर्च में फर्जी दावा किया था. इस घोटाले के बाद सांसद जनता के बीच अलोकप्रिय हो गए थे. इस कारण कई सांसदों ने अपनी प्रतिष्ठा बचाने के चक्कर में चुनाव में उतरने से मना कर दिया था.