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India Daily

'गाजा से फिलिस्तीनियों के विस्थापन के हैं खिलाफ', यूएई ने ट्रंप के आइडिया को किया खारिज

ट्रंप के इस प्रस्ताव पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय में मिश्रित प्रतिक्रियाएँ आई हैं. कई देश और संगठन इस प्रस्ताव का विरोध कर रहे हैं, खासकर गाजा में बसने वाले फलस्तीनियों के लिए यह प्रस्ताव गंभीर चिंता का विषय है.

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Edited By: Mayank Tiwari
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो और यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान
Courtesy: Social Media

संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नह्यान ने अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो से मुलाकात के दौरान अबू धाबी के स्टैंड को स्पष्ट किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि उनका देश फिलिस्तीनियों के विस्थापन के खिलाफ है. सरकारी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शेख मोहम्मद ने यूएई की दृढ़ स्थिति को दोहराया कि उनका देश "फिलिस्तीनियों को उनके घर से विस्थापित करने की किसी भी कोशिश का विरोध करता है.

गाजा के पुनर्निर्माण पर UAE की क्या है स्थिति!

अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो की अबू धाबी यात्रा के दौरान गाजा के भविष्य को लेकर भी चर्चा हुई. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रस्ताव को लेकर विचार-विमर्श किया गया, जिसमें गाजा को अमेरिकी नियंत्रण में लाने और उसके निवासियों को स्थानांतरित करने का प्रस्ताव था. शेख मोहम्मद ने जोर देकर कहा कि गाजा के पुनर्निर्माण की प्रक्रिया को एक स्थायी शांति की दिशा में जोड़ने की आवश्यकता है, जो दो-राज्य समाधान पर आधारित हो.

रुबियो की यात्रा और आगामी बैठक

यह यात्रा विदेश मंत्री मार्क रुबियो के मध्य-पूर्व दौरे का अंतिम चरण था, जिसमें उन्होंने ट्रंप के गाजा योजना पर बातचीत की. रुबियो की यात्रा से पहले, सऊदी अरब में ग़ल्फ कोऑपरेशन काउंसिल (GCC) के छह देशों के साथ-साथ मिस्र और जॉर्डन के साथ एक शिखर सम्मेलन आयोजित होने वाला है. इस सम्मेलन का उद्देश्य ट्रंप की गाजा योजना का जवाब देना है.

ट्रंप प्रशासन की भूमिका और अरब देशों का दबाव

ट्रंप प्रशासन फिलिस्तीन क्षेत्र में हमास के भविष्य में कोई भूमिका स्वीकार नहीं करता है और अरब देशों से यह आग्रह कर रहा है कि वे फिलिस्तीनियों के विस्थापन के विरोध में वैकल्पिक समाधान पेश करें. इन देशों का मानना है कि गाजा के लोगों के विस्थापन से शांति स्थापित नहीं हो सकती है. इसके बजाय शांति की दिशा में ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है.

जानिए गाजा में लोगों के विस्थापन पर क्या बोले थे ट्रंप?

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार, चार फरवरी को गाजा पट्टी पर अमेरिकी नियंत्रण का प्रस्ताव रखा. इस प्रस्ताव में ट्रंप ने कहा कि उनका देश गाजा पट्टी में सक्रिय रूप से काम करेगा और क्षेत्र का पुनर्विकास करेगा. ट्रंप के अनुसार, उनका उद्देश्य गाजा पट्टी को 'मध्य पूर्व का रिविएरा' में बदलना है, जिससे इसे एक विकसित और समृद्ध क्षेत्र में रूपांतरित किया जा सके.

गाजा का पुनर्विकास और 'मध्य पूर्व का रिविएरा'

राष्ट्रपति ट्रंप ने गाजा पट्टी के पुनर्विकास को अपनी योजना का अहम हिस्सा बताया. उनका कहना था कि गाजा पट्टी को एक समृद्ध और आकर्षक पर्यटन स्थल बनाने के लिए इसमें भारी निवेश किया जाएगा. 'मध्य पूर्व का रिविएरा' बनाने का उद्देश्य इस क्षेत्र में नई संभावनाओं को जन्म देना और इसे विकास के रास्ते पर ले जाना है.

फलस्तीनियों का पुनर्वास: मिस्र और जॉर्डन में बसाने का प्रस्ताव

इससे पहले, ट्रंप ने एक और विवादास्पद बयान दिया था जिसमें उन्होंने कहा था कि फलस्तीनियों को स्थायी रूप से मिस्र और जॉर्डन में बसाया जाए. उनके इस प्रस्ताव का उद्देश्य गाजा पट्टी से फलस्तीनियों का विस्थापन करना था, जिससे गाजा को पुनर्विकसित किया जा सके.