दांव पर तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन की साख, मेयर चुनाव में कहीं बिगड़ न जाए बात 

Turkey Local Election: तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन के लिए यह चुनाव खासा अहमियत रखता है. पिछले चुनाव में उनकी पार्टी ने कई अहम सीटें गंवा दी थीं.

India Daily Live

Turkey Local Election:  तुर्की की जनता रविवार को देशव्यापी नगरपालिका चुनावों में मतदान करने के लिए उतरी है. एर्दोगन की जस्टिस एंड डेवलेपमेंट पार्टी ( AKP) इस चुनाव में इस्तांबुल की मेयर सीट पर जीत हासिल करना चाहती है जिसे पिछले मेयर चुनाव में उनके प्रमुख प्रतिद्वंद्वी एक्रेम इमामोग्लू ने छीन लिया था. वहीं राष्ट्रपति चुनाव में कड़वी हार के बाद इस्तांबुल के मेयर और विपक्ष के नेता इमामोग्लू का लक्ष्य विपक्ष को लोकल चुनाव में जीत दिलाकर एक राजनीतिक ताकत के रूप में स्थापित करना है. 

यह चुनाव तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन की साख के लिए बेहद जरूरी है. इस्तांबुल के वर्तमान मेयर इममोग्लू ने 2019 के लोकल चुनावों में एर्दोगन की होम सीट इस्तांबुल को जीतकर सत्ताधारी एकेपी पार्टी को दो दशकों में सबसे बड़ा झटका दिया था. एर्दोगन ने इस्तांबुल से ही अपनी राजनीति की शुरुआत की थी. जानकारों के मुताबिक, इस सीट पर फिर से जीत हासिल करना एर्दोगन और उनकी पार्टी के लिए विशेष अहमियत रखता है. 

मेयर चुनाव में एकेपी ने इस्तांबुल सीट से पूर्व मंत्री मूरत कुरुम को अपना प्रत्याशी बनाया है. एर्दोगन मूरत के लिए कई मौकों पर चुनाव प्रचार भी करते नजर आए. उन्होंने लोगों से अपील की कि वह पार्टी के समर्थन में मतदान करें और उसे उसकी जगह पर ले आएं. 16 मिलियन आबादी वाला शहर इस्तांबुल तुर्की की अर्थव्यवस्था और पर्यटन का सबसे बड़ा केंद्र है. स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, रिपब्लिकन पीपल्स पार्टी ( CHP) के उम्मीदवार एक्रेम इमामोग्लू और कुरुम के बीच कड़ा मुकाबला होने की संभावना है. 

एर्दोगन किसी भी सूरत में इस्तांबुल को जीतना चाहते हैं साथ ही राजधानी अंकारा पर भी अपना नियंत्रण करना चाहते हैं जिसे पिछले निकाय चुनाव में पार्टी ने गंवा दिया था. दो दशक से भी ज्यादा समय तक एकेपी पार्टी का तुर्की के दोनों प्रमुख शहरों पर नियंत्रण था जिसे 2019 में विपक्ष ने जीत लिया था.