US-China Trade War: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन के खिलाफ बड़ा कदम उठाते हुए मंगलवार, 8 अप्रैल की आधी रात से चीन से आयात होने वाली सभी वस्तुओं पर 104% टैरिफ लगाने का एलान किया है. व्हाइट हाउस ने इस निर्णय की पुष्टि करते हुए इसे चीन की अनुचित व्यापार नीतियों, जैसे कि इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी की चोरी और बाजार में हेराफेरी के खिलाफ अमेरिका की 'पुरानी नाराजगी का ठोस जवाब' बताया है.
'समान अवसर' देने की बात कर रहा ट्रंप प्रशासन
बता दें कि ट्रंप प्रशासन का कहना है कि इस भारी टैरिफ का मकसद 'खेल का मैदान बराबर करना' है. राष्ट्रपति ट्रंप ने चीन समेत कई देशों पर बार-बार यह आरोप लगाया है कि वे अमेरिका के व्यापारिक घाटे का फायदा उठाकर उसकी अर्थव्यवस्था को चोट पहुंचा रहे हैं.
आने वाले समय में और सख्ती की चेतावनी
वहीं ट्रंप ने यह भी चेतावनी दी कि अगर चीन ने अमेरिका द्वारा लगाए गए 34% टैरिफ के जवाब में अपनी ओर से लगाए गए प्रतिशोधी टैरिफ नहीं हटाए, तो अमेरिका और ज्यादा शुल्क लगा सकता है. उन्होंने साफ कहा कि चीन की किसी भी 'आक्रामक कार्रवाई' पर 'तुरंत और ज्यादा असरदार' कदम उठाए जाएंगे.
बाजार में हाहाकार, ग्लोबल असर शुरू
हालांकि, इस फैसले का असर वित्तीय बाजारों पर दिखने लगा है. S&P 500 करीब 20% गिर गया है, जबकि डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज में 17% की गिरावट आई है. चीन का हैंग सेंग टेक इंडेक्स एक महीने में ही 27% लुढ़क गया है.
भारत पर भी असर, 26% टैरिफ का एलान
इसके अलावा, ट्रंप ने भारत से आने वाले सामान पर भी 26% 'पारस्परिक' टैरिफ लगाने का एलान किया है, जो उनकी नई व्यापार नीति का हिस्सा है.