Israel: मध्य पूर्व में संघर्ष विराम को लेकर मतभेद बढ़ते जा रहे हैं. इजरायल ने रविवार को चेतावनी दी कि यदि हमास युद्धविराम के विस्तार को स्वीकार नहीं करता, तो वह गाजा में मानवीय सहायता और आपूर्ति पूरी तरह से रोक देगा. हमास ने इस कदम को 'युद्ध अपराध' करार देते हुए कड़ी आपत्ति जताई है.
इजरायल की सख्त चेतावनी
आपको बता दें कि इजरायल के प्रधानमंत्री कार्यालय ने साफ कर दिया है कि यदि हमास अमेरिका के प्रस्तावित संघर्ष विराम को अस्वीकार करता है, तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे. हालांकि, इन परिणामों के बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई है. पहला चरण, जिसमें मानवीय सहायता बढ़ाई गई थी, शनिवार को समाप्त हो गया. अब दूसरे चरण पर बातचीत होनी बाकी है, जिसमें इजरायल की सेना की वापसी और स्थायी युद्धविराम के बदले बंधकों की रिहाई का प्रस्ताव रखा गया है.
क्या है अमेरिका का प्रस्ताव?
अमेरिका ने प्रस्ताव दिया है कि हमास 20 अप्रैल तक संघर्ष विराम के विस्तार को स्वीकार करे. यह प्रस्ताव अमेरिकी दूत स्टीव विटकॉफ के द्वारा लाया गया, जिसके तहत:-
हमास की प्रतिक्रिया
वहीं बता दें कि अब तक हमास ने इस प्रस्ताव पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है. मिस्र और कतर भी इस वार्ता में मध्यस्थता कर रहे हैं, लेकिन उनकी ओर से भी कोई टिप्पणी नहीं आई है. हालांकि, हमास के एक अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि हमास ने इजरायल के 42 दिन के संघर्ष विराम प्रस्ताव को ठुकरा दिया क्योंकि यह समझौते की शर्तों के खिलाफ था.
पहले चरण में क्या हुआ था?
क्या होगा आगे?
बहरहाल, इजरायल और हमास के बीच दूसरे चरण की वार्ता फरवरी की शुरुआत में होनी थी, लेकिन अब तक कोई ठोस निर्णय नहीं हुआ है. इजरायली नागरिकों ने भी सरकार से युद्धविराम जारी रखने की मांग करते हुए प्रदर्शन किया. अब सवाल यह है कि क्या संघर्ष विराम जारी रहेगा या गाजा में हालात और बिगड़ेंगे?