Pahalgam Terror Attack: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की तीखी निंदा की है. उन्होंने इसे 'बहुत बुरा हमला' बताया और कहा कि यह वाकई दुखद है कि इस तरह की घटनाएं अब भी हो रही हैं. ट्रंप ने पत्रकारों से बातचीत में उम्मीद जताई कि भारत और पाकिस्तान इस मुद्दे को किसी न किसी तरह सुलझा लेंगे.
'मैं भारत और पाकिस्तान दोनों के करीब हूं' - ट्रंप
बता दें कि ट्रंप ने कहा, ''मैं भारत के भी करीब हूं और पाकिस्तान के भी. जैसा कि आप जानते हैं, कश्मीर में संघर्ष सदियों से चला आ रहा है. कल का हमला बेहद बुरा था, जिसमें 30 से ज्यादा लोगों की जान गई.'' ट्रंप का यह बयान उस वक्त आया है जब भारत और पाकिस्तान के बीच कूटनीतिक तनाव अपने चरम पर पहुंच गया है.
वहीं कश्मीर के इतिहास पर बोलते हुए ट्रंप ने कहा, ''कश्मीर में पिछले 1,000 साल से तनाव बना हुआ है, शायद उससे भी ज़्यादा. यह कोई नई बात नहीं है. उस सीमा पर करीब 1,500 वर्षों से संघर्ष चल रहा है. लेकिन मुझे उम्मीद है कि वे लोग मिलकर कोई हल निकालेंगे. मैं दोनों देशों के नेताओं को जानता हूं.''
#WATCH | On #PahalgamTerroristAttack, US President Donald Trump says, "I am very close to India and I'm very close to Pakistan, and they've had that fight for a thousand years in Kashmir. Kashmir has been going on for a thousand years, probably longer than that. That was a bad… pic.twitter.com/R4Bc25Ar6h
— ANI (@ANI) April 25, 2025
ट्रंप ने की मोदी से फोन पर बात
बताते चले कि पहले भी डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बातचीत कर हमले की कड़ी निंदा की थी. उन्होंने कहा था कि अमेरिका इस 'जघन्य हमले' के दोषियों को सज़ा दिलाने में भारत के साथ खड़ा है.
भारत की सख्त कूटनीतिक प्रतिक्रिया
इस हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई कड़े कदम उठाए हैं. इनमें अटारी बॉर्डर का चेक पोस्ट बंद करना, पाकिस्तानी नागरिकों के लिए सार्क वीजा छूट योजना रद्द करना और दोनों देशों के दूतावास कर्मचारियों के वेतन में कटौती करना शामिल है. इसके अलावा भारत ने सिंधु जल संधि को भी स्थगित कर दिया है और नदी का पानी पाकिस्तान को न जाने देने के लिए रणनीति बनाई है.
कश्मीर मुद्दे पर दो युद्ध, अब फिर तनाव
इसके अलावा, भारत और पाकिस्तान पहले ही कश्मीर को लेकर दो युद्ध लड़ चुके हैं और यह क्षेत्र लगातार तनाव का केंद्र बना हुआ है. पहलगाम में हुआ हमला बीते दो दशकों में सबसे खतरनाक माना जा रहा है.